इस दीवाली में सोना चमक दिखाने को तैयार है. बाजार के विश्लेषकों का मानना है कि यह धनतेरस तक 33,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक चला जाएगा. सोने के दामों में यह उछाला बाजार में इस पीले धातु की कमी और त्यौहारों के कारण होगी.
सोने के आयात को घटाने की सरकारी कोशिशों का परिणाम यह हुआ है कि सोने के स्टॉक में कमी आई है. भारत सोने का दुनिया का सबसे बड़ा खरीदार है और सबसे ज्यादा आयात करता है. इस कारण सरकार का बजट घाटा लगातार बढ़ता जा रहा था और यह चिंताजनक स्तर पर जा पहुंचा है. इसे रोकने के लिए सरकार ने कड़े कानून बनाए हैं, जिससे इसकी आमद घटी है. पिछली तिमाही में सोने का आयात सिर्फ 59 टन ही हुआ, जबकि उसके पहले की तिमाही में यह 335 टन था. इस भारी गिरावट के कारण अभी स्टॉक की कमी है.
कारोबारियों का मानना है कि सोने के स्टॉक में कमी के कारण यह और ऊपर जाएगा. बुलियन मर्चेंट्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी श्रीकृष्ण गोयल चांदीवाला ने कहा कि सोने के स्टॉक में कमी के कारण इसके दाम बढ़े हैं. हालत यह है कि सोने इस समय एमसीएक्स की कीमतों से 1,500 रुपये प्रति दस ग्राम तक ज्यादा है. स्टॉक की कमी और त्यौहारों के कारण इसके दाम और ऊपर जा सकते हैं और यह 33,000 रुपये प्रति दस ग्राम को पार कर जाए तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए. अन्य कारोबारियों का भी मानना है कि त्यौहारों के कारण सोने के दाम थोड़े ऊपर जा सकते हैं.
लेकिन गोयल का मानना है कि दीवाली के बाद सोने के दाम गिर भी जाएंगे क्योंकि यह वास्तविक स्तर पर नहीं है.