नई दिल्ली।भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी पर एक ब्रीफिंग के लिए अगले महीने संसद की स्टैंडिंग कमिटी के समक्ष उपस्थित हो सकते हैं। कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली फाइनेंस पर स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में गुरूवार को विभिन्न एक्स्पर्ट ने नोटबंदी के बारे में जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि पटेल को 19 जनवरी को बुलाया जा सकता है। समिति के एक सदस्य ने कहा, आरबीआई के गवर्नर को बुधवार को बताया गया था कि हम उन्हें बाद में बुलाएंगे। समिति पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री के अधिकारियों तथा अन्य अधिकारियों से बातचीत करेगी। कमिटी ने गुरुवार को आर्थिक विशेषज्ञों से बातचीत की। सदस्य ने कहा, इसके बाद हम फाइनेंस मिनिस्ट्री तथा सीबीडीटी के अधिकारियों को बुला रहे हैं। समिति के समक्ष अपने विचार रखने वाले स्वतंत्र विशेषज्ञों में अर्थशास्त्री राजीव कुमार और महेश व्यास, पूर्व मुख्य सांख्यिकीविद प्रणब सेन के अलावा एनआईपीएफपी की कविता राव शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि नोटबंदी पर विशेषज्ञों की राय बंटी हुई थी। समिति ने विशेषज्ञों से मौजूदा जीडीपी के मुकाबले कैश और जीडीपी के समक्ष कर अनुपात के बारे में भी उनकी राय पूछी।
इन मामलों में पैनल मांग सकती है सफाई
पैनल आठ नवंबर को की गई नोटबंदी के वक्त चलन में मौजूद 500 रुपए और 1,000 रुपए की कुल रकम के अलावा तब से लेकर अब तक बाजार में आपूर्ति की फ़लो के बारे में स्पष्टीकरण मांग सकती है। आरबीआई ने अभी सप्ताह में 24000 रुपए पैसे निकालने की लिमिट रखी है लेकिन इससे कई बैंकों की ब्रांचों की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई है। सूत्रों के मुताबिक पैनल बैंकर्स और इंडियन बैंक्स असोसिएशन के विचार भी सुनेगी।