वॉलमार्ट द्वारा भारतीय बाजार में प्रवेश पाने के लिए अमेरिकी सांसदों के बीच लांबिग गतिविधियों पर खर्च की जांच को गठित समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट अगले एक दो दिन में सरकार को सौंप दिये जाने की उम्मीद है।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश मुकुल मुदगल के नेतृत्व वाली एक सदस्यीय इस समिति ने अपनी रिपोर्ट को अंतिम रुप दे दिया है। बहरहा…
वॉलमार्ट द्वारा भारतीय बाजार में प्रवेश पाने के लिए अमेरिकी सांसदों के बीच लांबिग गतिविधियों पर खर्च की जांच को गठित समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट अगले एक दो दिन में सरकार को सौंप दिये जाने की उम्मीद है।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश मुकुल मुदगल के नेतृत्व वाली एक सदस्यीय इस समिति ने अपनी रिपोर्ट को अंतिम रुप दे दिया है। बहरहाल, समिति किस नतीजे पर पहुंच है इसके बारे में तुरंत कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
समिति का गठन इस साल जनवरी में किया गया था। समिति ने इस बात पर भी गौर किया कि क्या वॉलमार्ट भारत में भी इस तरह की किसी गतिविधि में शामिल रहा है। समिति ने इस परिपेक्ष में भी मामले की जांच की है कंपनी ने ऐसा करते हुये क्या किसी भारतीय कानून का उल्लंघन किया है।
खुदरा कारोबार श्रंखला चलाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी वॉलमार्ट की अमेरिकी सांसदों के बीच भारतीय बाजार में पहुंच सुनिश्चित करने के लिये लांबिग गतिविधियों पर भारी रकम खर्च करने का खुलासा होने के बाद यहां बने राजनीतिक दबाव के बाद सरकार ने दिसंबर 2012 में मामले की जांच का संसद में आश्वासन दिया था।
अमेरिकी कांग्रेस में उपलब्ध रिकार्ड के अनुसार वॉलमार्ट ने लांबिग गतिविधियों पर 2012 में 61.30 लाख डालर यानी करीब 33 करोड़ रुपये खर्च किए।