देश की अर्थव्यवस्था इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। ऐसे में देश की प्रतिष्ठित कंपनी टाटा स्टील के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने कहा है कि कंपनी के लिए अगले दो साल चैलेंजिंग रहेंगे, लेकिन उसके बाद परिस्थिति अनुकूल हो जाएंगी।
वैसे मिस्त्री ने अपने शेयर धारकों को से कहा है कि कंपनी विनिर्माण…
देश की अर्थव्यवस्था इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। ऐसे में देश की प्रतिष्ठित कंपनी टाटा स्टील के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने कहा है कि कंपनी के लिए अगले दो साल चैलेंजिंग रहेंगे, लेकिन उसके बाद परिस्थिति अनुकूल हो जाएंगी।
वैसे मिस्त्री ने अपने शेयर धारकों को से कहा है कि कंपनी विनिर्माण संपत्तियों को उपयुक्त आकार देने के साथ कई कदम उठा रही है, जिससे उसके बाद वह मजबूत होकर उभरेगी। हालांकि इसमें लगभग दो साल का समय लग सकता है।
लेकिन जानकारों का कहना है कि मिस्त्री ने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया कि ‘परिसंपत्तियों का उपयुक्त आकार’ क्या होगा।
दरअसल, मिस्त्री ने बतौर चेयरमैन कंपनी के शेयरधारकों को लिखे वार्षिक पत्र में कहा है, ‘कच्चे माल के दाम में उतार-चढ़ाव और प्रमुख बाजारों में प्रणालीगत कमजोरी के मद्देनजर अगला 18 से 24 महीने टाटा स्टील के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। हालांकि मुझे विश्वास है कि हमने चुनिंदा संयंत्रों में निवेश, विनिर्माण परिसंपत्तियों को उपयुक्त आकार देने…समेत, जो प्रबंधकीय कदम उठाए हैं उससे कंपनी मजबूत होकर उभरेगी।’
बता दें कि साइरस मिस्त्री ने पिछले साल दिसंबर में रतन टाटा से समूह की बागडोर अपने हाथों में ली थी। तब रतन टाटा ने भी कहा था कि मौजूदा हालातों को देखते हुए मुझे लगता है कि कंपनी को संभालना मिस्त्री के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहेगा।