सेंसेक्स 388 अंक लुढ़का, पहुंचा 20,000 से नीचे

0

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरूवार को 388 अंक लुढ़ककर 20,000 के नीचे बंद हुआ। यह लगातार चौथा कारोबारी दिन है जब बाजार में गिरावट आयी है।

वैश्विक स्तर पर कमजोर रूख के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक का मुनाफा मार्च तिमाही में कम होने से बाजार पर असर पड़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक प्रोत्साहन कम करने के संकेत से वैश्विक स्तर पर रूख प…

सेंसेक्स 388 अंक लुढ़का, पहुंचा 20,000 से नीचे

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरूवार को 388 अंक लुढ़ककर 20,000 के नीचे बंद हुआ। यह लगातार चौथा कारोबारी दिन है जब बाजार में गिरावट आयी है।

वैश्विक स्तर पर कमजोर रूख के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक का मुनाफा मार्च तिमाही में कम होने से बाजार पर असर पड़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक प्रोत्साहन कम करने के संकेत से वैश्विक स्तर पर रूख प्रभावित हुआ।

तीस प्रमुख शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 387.91 अंक या 1.93 प्रतिशत लुढ़ककर 19,674.33 अंक पर बंद हुआ। रीयल्टी तथा पूंजीगत वस्तुओं समेत सभी खंडवार सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गयी। कुल मिलाकर पिछले चार कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में अब तक करीब 612 अंक की गिरावट आ चुकी है।

इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 127.45 अंक या 2.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ  5,993.90 अंक पर बंद हुआ। एमसीएक्स-एसएक्स का प्रमुख सूचकांक एसएक्स 40 भी 178.45 या 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,682.3 अंक पर बंद हुआ।

देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई का शुद्ध लाभ मार्च 2013 को समाप्त चौथी तिमाही में 18.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,299 करोड़ रपये रहा। ब्याज आय कम होने से बैंका का लाभ घटा है। इसके कारण एसबीआई का शेयर बीएसई में 7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,176.20 प्रति इक्विटी बंद हुआ।

गौरतलब है फेडरल रिजर्व के चेयरमैन बेन बर्नान्के ने कल संकेत दिया कि अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था सुधरती है तो मौद्रिक प्रोत्साहन वापस लिया जा सकता है। इसके कारण वैश्विक स्तर पर बिकवाली गतिविधियां देखी गयी।

बीएसई के 30 शेयरों में 29 नुकसान में रहे। सेंसेक्स में करीब 16 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा इंफोसिस के शेयरों में क्रमश: 3.99 प्रतिशत तथा 1.23 प्रतिशत की गिरावट आयी।