वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि सरकार ई-वाणिज्य के मामले में कुछ स्पष्टीकरण लाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि ई-वाणिज्य क्षेत्र ‘कानून और नियमों’ के तहत सही भावना से काम करे। ऑनलाइन कारोबार करने वाली विदेशी कंपनियों द्वारा एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) नियमों का कथित उल्लंघन किए जाने की घरेलू व्यापारियों की शिकायतों के बीच मंत्री ने यह बात कही है।
गोयल ने कहा कि ई-वाणिज्य क्षेत्र के लिए मौजूदा एफडीआई नीति मजबूत और बेहतर तरीके से तैयार की गई है। हालांकि ग्राहकों और छोटे खुदरा व्यापारियों की तरफ से ई-वाणिज्य कंपनियों की कुछ गतिविधियों को लेकर शिकायतें आई हैं। इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने कई सूचनाएं मांगी है। वे इस पर गौर कर रहे हैं। हम कुछ स्पष्टीकरण लाने पर विचार कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो कि ई-वाणिज्य कंपनियां कानून और उनके लिए बनाए गए नियमों की सही भावना के साथ काम करे।”
उनसे यह पूछा गया था कि भारतीय कारोबारियों ने कुछ बहुराष्ट्रीय ऑनलाइन मंचों द्वारा गलत गतिविधियों में शामिल होने को लेकर शिकायतें की हैं। इसको देखते हुए क्या सरकार ई-वाणिज्य के लिए एफडीआई नीति पर पुनर्विचार कर रही है।