अपने जमाने के मशहूर एक्टर-डायरेक्टर मनोज कुमार की तबीयत एक बार फिर नासाज़ है। इलाज के लिए उन्हें मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल उनके गॉल ब्लाडर का आपरेशन किया जा रहा है। सर्जरी में 6 डॉक्टरों की एक टीम लगी हुई है।
यह भी संयोग ही है कि आज ही मनोज कुमार की सालगिरह भी है। इस मौके पर हर कोई उनकी लंबी उम्र की कामना कर रहा है।…
अपने जमाने के मशहूर एक्टर-डायरेक्टर मनोज कुमार की तबीयत एक बार फिर नासाज़ है। इलाज के लिए उन्हें मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल उनके गॉल ब्लाडर का आपरेशन किया जा रहा है। सर्जरी में 6 डॉक्टरों की एक टीम लगी हुई है।
यह भी संयोग ही है कि आज ही मनोज कुमार की सालगिरह भी है। इस मौके पर हर कोई उनकी लंबी उम्र की कामना कर रहा है। 76 साल के मनोज कुमार ने साठ और सत्तर के दशक में कई यादगार फिल्में बनाईं जिनमें शहीद, उपकार, क्रांति, पूरब और पश्चिम और रोटी कपड़ा और मकान जैसी फिल्में तो आज भी याद की जाती हैं।
फिल्म उद्योग के लोकप्रिय अभिनेता मनोज कुमार का वास्तविक नाम हरिकिशन गोसाई था। उनका जन्म एबटाबाद में 24 जुलाई 1937 में हुआ था। ब्राह्मण परिवार में जन्मे मनोज कुमार की उम्र करीब दस वर्ष की थी जब उनका परिवार देश के बटवारे के चलते दिल्ली आकर बस गया। शुरू में दिल्ली के विजय नगर में शरणार्थी शिविर में कुछ समय रहने के बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया में जाने का निर्णय कर लिया। उनकी फिल्म यात्रा की कहानी सबसे पहले उनके नाम से ही शुरू होती है।