पंजाब सरकार ने आंतकवाद पर आधारित फिल्म साडा हक़ पर अगले आदेशों तक राज्य में फिल्म के प्रसारण पर रोक लगा दी है। हालांकि फिल्म के निर्माता निर्देशक इसे उनके अधिकारों का हनन बता रहे है।दरअसल हिन्दू संगठन इस पंजाबी फिल्म पर आंतकवाद को बढ़ावा देने वाला बताकर विरोध जाता रहे थे जिसके बाद राज्य सरकार ने लॉ एंड आर्डर को देखते हुए इस पर रोक लगा दी है। साडा ह…
पंजाब सरकार ने आंतकवाद पर आधारित फिल्म साडा हक़ पर अगले आदेशों तक राज्य में फिल्म के प्रसारण पर रोक लगा दी है। हालांकि फिल्म के निर्माता निर्देशक इसे उनके अधिकारों का हनन बता रहे है।दरअसल हिन्दू संगठन इस पंजाबी फिल्म पर आंतकवाद को बढ़ावा देने वाला बताकर विरोध जाता रहे थे जिसके बाद राज्य सरकार ने लॉ एंड आर्डर को देखते हुए इस पर रोक लगा दी है। साडा हक़ नमक पंजाबी फिल्म में पंजाब के आंतकवाद के समय के दृश्य दिखाए गये है जिस पर हिन्दू संगठन एतराज जताते हुए उनको काटने की मांग कर रहे है। हालांकि फिल्म को देखने के बाद सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसे हरी झंडी दे दी थी लेकिन हिन्दू संगठन अपनी मांग पर अड़े हुए थे और राज्य भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे जिसके चलते पंजाब सरकार ने प्रिंसिपल सेक्रेट्री की अध्यक्षता में एक विशेष स्क्रीनिंग कमेटी का गठन फिल्म देखकर रिपोर्ट देने को कहा था। रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने प्रदेश के लॉ एंड आर्डर को देखते हुए अगले निर्देशों तक फिल्म पर रोक लगा दी।फिल्म के निर्माता निर्देशक उनके अधिकारों का हनन बता रहे है। उनका कहना है जिन दृश्यों पर सबको ओब्जेक्शन थी उन्हें हटा लिया गया है लेकिन उसके बावजूद उनकी फिल्म पर रोक लगा दी गयी है। उन्होंने कहा हम किसी भी तरह की हिंसा को बढ़ावा नही दे रहे है। कमल हसन की विशावरूपम जेसी फिल्मों के प्रसारण पर रोक के बाद अब पंजाब में साडा हक़ के प्रसारण पर लॉ एंड आर्डर के बिगढ़ने का हवाला देकर रोक लगा दी है।गौरतलब है कि पंजाब में इससे पहले भी कई फिल्मो पर पहले रोक लगायी गयी थी लेकिन बाद में फिल्म को हरी झंडी मिलने के बाद रिलीज़ कर दिया गया है। वहीं पंजाब सरकार की स्क्रीनिंग कमेटी ने भी पिछली बार से सबक लेते हुए इस बार फिल्म को पंजाब भवन में ही देखना मुनासिब समझा क्योंकि आरक्षण फिल्म की स्क्रीनिंग के समय स्क्रीनिंग कमेटी की काफी खिल्ली उडी थी।