पन्नों को दोस्ती के अध्याय पर पलटना सुखद अनुभव: शाहरूख खान

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बॉलीवुड में खान वॉर खत्म हो गया है। खुद शाहरुख खान ने ट्विट कर इस बात की तस्दीक कर दी है कि रविवार को इफ्तार पार्टी की तस्वीरें न तो औपचारिकता थी और ना ही दिखावा। दो पुराने दोस्तों ने अपने सारे गिले शिकवे भुला दिए हैं और दुश्मनी का चैप्टर क्लोज कर दिया है। शाहरुख खान ने लिखा है कि दोस्ती के अध्याय पर पटलना सबसे सुखद अनुभव है।

साफ है कि शाहरुख भी सलम…

पन्नों को दोस्ती के अध्याय पर पलटना सुखद अनुभव: शाहरूख खान

बॉलीवुड में खान वॉर खत्म हो गया है। खुद शाहरुख खान ने ट्विट कर इस बात की तस्दीक कर दी है कि रविवार को इफ्तार पार्टी की तस्वीरें न तो औपचारिकता थी और ना ही दिखावा। दो पुराने दोस्तों ने अपने सारे गिले शिकवे भुला दिए हैं और दुश्मनी का चैप्टर क्लोज कर दिया है। शाहरुख खान ने लिखा है कि दोस्ती के अध्याय पर पटलना सबसे सुखद अनुभव है।

साफ है कि शाहरुख भी सलमान के साथ वैसी ही दोस्ती रखना चाहते हैं जो पाचं साल पहले थी। कल पांच साल बाद दो पुराने दोस्तों ने दुश्मनी भुलाकर एक दूसरे को गले लगाया था। कांग्रेस विधायक बाबा सिद्धिकी की इफ्तार पार्टी में जब सलमान और शाहरुख मिले तो दोनों के करोड़ों फैन्स के लिए ये सुकून का पल था और आज शाहरुख ने ट्वीट कर ये साफ कर दिया है कि वे भी दिल से सलमान से दोस्ती करना चाहते थे।

शाहरूख ने अपने ट्विट में लिखा है कि आखिरकार समझ में आ गया कि पन्नों को दोस्ती के अध्याय पर पलटना दुनिया का सबसे सुखद अनुभव है। क्योंकि जिंदगी की किताब में उस पन्ने के अलावा भी बहुत कुछ है, जिसमें आप अटके पड़े हैं।

रविवार को करन और अर्जुन एक साथ आ गए। किंग खान और दबंग के बीच अब दोस्ती हो गई है। पिछले 5 सालों से चली आ रही दुश्मनी खत्म हो गई और करोड़ों फैन्स को मिला ईद से पहले ईद का तोहफा।

मुंबई में रविवार का दिन कुछ खास रहा। पांच साल के लंबे वनवास के बाद गले मिले करन और अर्जुन। कभी एक दूसरे के हमराह और हमराज रहने वाले खान्स जब गले मिले तो लोग अपने हाथों को रोक नहीं सके और अनायास ही ताली बजने लगी। मौका था रोजा इफ्तार पार्टी का, कांग्रेस विधायक बाबा सिद्धिकी इफ्तार पार्टी तो हर साल देते आए है लेकिन खुद उनको भी नहीं पता था कि इस इफ्तार पर खुदा उनके साथ ही सलमान- शाहरुख के करोड़ों फैन्स को भी तोहफा देंगे।

दरअसल साल 2008 में कैटरीना की बर्थडे पार्टी में दोनों खान्स में कुछ ऐसा विवाद हुआ जो साल दर साल कम होने की बजाय बढ़ता ही रहा। कभी दोस्ती का दम भरने वाले दोनों के बीच दूरियां इस कदर बढ़ीं कि एक दूसरे से बात करना तो दूर देखना भी नागवार गुजरने लगा लेकिन रमजान के इस मुकद्दस माह ने वो दूरियां खत्म कर दीं जिस पर पांच साल पुरानी धूल की परत जमी थी। पार्टी में पहले से मौजूद शाहरूख की तरफ जब सलमान बढ़े तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि कुछ ऐसा होगा लेकिन दबंग ने जैसे ही हाथ बढ़ाया किंग खान ने गले लगा लिया। यही नहीं शाहरूख तो काफी देर तक सलमान के पिता सलीम के साथ ही बैठे रहे और दिखाया कि नाराजगी कितनी भी बड़ी क्यों ना हो दोस्ती जीत दर्ज कर ही लेती है।