प्राण साहब की 10 अनसुनी बातें…

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हिंदी सिनेमा के दिग्‍गज अभिनेता प्राण साहब के बारे में वैसे तो किसी से कुछ छिपा नहीं है। लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिन्‍हें बहुत से लोग नहीं जानते, आइये आपको बताते हैं प्राण साहब के बारे में 10 अनसुनी बातें…!

1 प्राण कृष्ण सिकन्द, जी हां ये प्राणसाहब का पूरा नाम था। छह दशकों से ज्यादा सिनेमा पर छाये रहे प्राण साहब अपने शुरुआती दौर में एक फोटोग्राफर…

प्राण साहब की 10 अनसुनी बातें...

हिंदी सिनेमा के दिग्‍गज अभिनेता प्राण साहब के बारे में वैसे तो किसी से कुछ छिपा नहीं है। लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिन्‍हें बहुत से लोग नहीं जानते, आइये आपको बताते हैं प्राण साहब के बारे में 10 अनसुनी बातें…!

1 प्राण कृष्ण सिकन्द, जी हां ये प्राणसाहब का पूरा नाम था। छह दशकों से ज्यादा सिनेमा पर छाये रहे प्राण साहब अपने शुरुआती दौर में एक फोटोग्राफर बनना चाहते थे। अगर ऐसा हो जाता, तो हिंदी सिनेमा को एक बेहतरीन अभिनेता शायद न मिल पाता।

2 सन् 1940 में लेखक मोहम्मद वली ने एक पान की दुकान पर प्राण को खड़े देखकर अपनी पंजाबी फ़िल्म ‘यमला जट’ के लिये उनका नाम तय कर लिया था। यही से प्राण साहब के फिल्‍मी करियर की शुरुआत हुई जिसके बाद उन्‍होंने कई यादगार फिल्‍में दीं।

3 आपको जानकर हैरानी होगी कि जब प्राण साहब का पहला इंटरव्यू छपा था तो उन्होंने अखबार छिपा लिया था, क्योंकि उन्हें डर था उनके पिता को उनका एक्टिंग करना पसंद नहीं आयेगा। हालांकि जब उनके पिता को पता चला तो वो बहुत खुश हुए थे। दरअसल, उस जमाने में फिल्‍म में काम करना अच्‍छा नहीं माना जाता था।

4 क्या आपको पता है कि पर्दे पर खतरनाक खलनायकों का किरदार निभाने वाले प्राण साहब 1942 में आयी फिल्म ‘खानदान’ में हीरो के किरदार में नजर आये थे। हालांकि उनकी खलनायक की छवि पर्दे पर इतनी सशक्‍त बनकर उभरी की उन्‍हें नेगेटिव किरदार ही ज्‍यादा मिले।

5 प्राण साहब देश की आजादी से ठीक पहले यानी 14 अगस्त 1947 को लाहौर से मुंबई आये थे, उस समय उनके साथ उनकी पत्नी और एक साल का बेटा अरविंद भी था।

6 मुंबई आने से पहले ही प्राण करीब 22 फिल्मों में बतौर खलनायक काम कर चुके थे, बावजूद इसके मुंबई आकर उन्हें कड़ा संघर्ष करना पड़ा।

7 सालों तक पर्दे पर विलेन का किरदार निभाने के बाद प्राण साहब ने 1967 में मनोज कुमार की फिल्म ‘उपकार’ में अपंग मलंग चाचा का किरदार निभाया। तब कई लोगों ने मनोज कुमार को सलाह दी थी कि वो प्राण को करेक्टर रोल में ना लें।

8 आमतौर पर फिल्मों में विलेन या कैरेक्टर रोल निभाने वाले प्राण ने धार्मिक फिल्म ‘लव-कुश’ में वाल्मीकि का किरदार निभाया था। इसमें भी उन्‍हें दर्शकों ने काफी पसंद किया था।

9 प्राण साहब को अलग-अलग नस्ल के डॉगी (कुत्‍ते) रखने का बेहद शौक था। उन्होंने अपने डॉगी के नाम भी मजेदार रखे थे। मसलन बुलेट, व्हिस्की, और सोडा।

10 बहुत कम लोग जानते होंगे कि प्राण साहब को फुटबॉल का भी बेहद शौक था, उन्होंने बॉम्बे डायनेमो क्लब नाम से एक फुटबॉल टीम भी बनाई थी।