फिल्म ‘घनचक्कर’ के नाम और टाइटल सोंग के कारण नागपुर के हिंगना गांव के कई परिवार समाज में शर्मिंदा हो रहे है। वजह है इनका सरनेम। इन लोगों का सरनेम घनचक्कर है जिससे लोग इनका मजाक उड़ा रहे है परेशान होकर इन्होंने सेंसर बोर्ड से फिल्म का नाम बदलने की गुजारिश की है।
फिल्म ‘घनचक्कर’ की कहानी, और उसमें लगा कॉमेडी का तड़का भले ही लोगों को जमकर हंसा रहे है ल…
फिल्म ‘घनचक्कर’ के नाम और टाइटल सोंग के कारण नागपुर के हिंगना गांव के कई परिवार समाज में शर्मिंदा हो रहे है। वजह है इनका सरनेम। इन लोगों का सरनेम घनचक्कर है जिससे लोग इनका मजाक उड़ा रहे है परेशान होकर इन्होंने सेंसर बोर्ड से फिल्म का नाम बदलने की गुजारिश की है।
फिल्म ‘घनचक्कर’ की कहानी, और उसमें लगा कॉमेडी का तड़का भले ही लोगों को जमकर हंसा रहे है लेकिन इस फिल्म के नाम से नागपुर के हिंगना गांव के 15 परिवारों की जिंदगी चक्कर में पड़ गई हैं क्योंकि इन लोगों का सरनेम है घनचक्कर। इस गांव में कई घनचक्कर परिवार रहते हैं जिनकी मांग है कि इस फिल्म का नाम और टाइटल सांग बदल दिया जाए क्योंकि लोग गाना गाने के बहाने से इनका मजाक उड़ा रहे हैं।
इन लोगों की मांग को जायज मानते हुए गांव की पंचायत भी इनका साथ दे रही है। इसके लिए इन्होंने सेंसर बोर्ड से इल्तजा की है। साथ ही फिल्म के निर्देशक राजकुमार गुप्ता को लीगल नोटिस भी भेजा है। मांग नहीं माने जाने पर ये लोग इस मुद्दे को स्थानीय विधायक के जरिए विधानसभा में उठाने का मन भी बना चुके हैं।
फिलहाल इनके नोटिस पर ना तो फिल्म के निर्देशक का कोई जवाब आया है और ना ही सेंसर बोर्ड का। ऐसे में सम्मान का सवाल बन चुकी फिल्म घनचक्कर खुद चक्कर में उलझती है या यह घनचक्कर परिवार, यह तो वक्त बताएगा।