मै पत्रकार बन सकता था- मधुर भंडारकर

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फिलमी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाली मधुर भंडारकर कहते हैं कि उनमें पत्रकार जैसी खूबियां हैं अगर वे फिल्म निर्देशक न होते तो पत्रकार अवश्य होते।

भंडारकर ने ‘चांदनी बार’, ‘सत्ता’, ‘पेज 3’ और ‘फैशन’ जैसी फिल्मों से फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा साबित की है। वह कहते हैं कि किसी विषय पर शोध और जानकारियां हासिल करने का उनका लक्षण पत्रक…

मै पत्रकार बन सकता था- मधुर भंडारकर

फिलमी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाली मधुर भंडारकर कहते हैं कि उनमें पत्रकार जैसी खूबियां हैं अगर वे फिल्म निर्देशक न होते तो पत्रकार अवश्य होते।

भंडारकर ने ‘चांदनी बार’, ‘सत्ता’, ‘पेज 3’ और ‘फैशन’ जैसी फिल्मों से फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा साबित की है। वह कहते हैं कि किसी विषय पर शोध और जानकारियां हासिल करने का उनका लक्षण पत्रकारिता के लक्षण से मेल खाता है।

भंडारकर ने कहा कि फैशन’ के निर्माण से पहले किसी खोजी पत्रकार की ही तरह ही मैं कई मॉडलों, फैशन डिजायनरों, फैशन से जुड़ी हस्तियों और कई ऊंचे लोगों से मिला।

फिक्की महिला संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘वुमन इन सिनेमा’ के दौरान मधुर ने कहा, “अगर मैं बॉलीवुड में यह दिखा रहा हूं और यह अच्छे तरह से चल रहा है तब इसमें कुछ भी गलत नहीं है। अगर यह बड़ी फिल्म है, तब इसमें कोई बुराई नहीं है और मुझे लगता है कि कोई अगर इसे अच्छे नजरिए से कर रहा है तो उसे करना चाहिए।”