भारतीय परिवेश और हॉलीवुड से जुड़ाव रखने वाली फिल्मों की निर्देशक मीरा नायर ने अपनी आगामी फिल्म द रिलक्टेंट फंडामेंटलिस्ट में दोनों ही दुनियाओं का समावेश कर दिया है। इस फिल्म में वे पहचान और जुड़ाव से संबंधित सवाल उठाती हैं।
सलाम बॉम्बे, मिसीसिप्पी मसाला, मानसून वेडिंग और अमेलिया जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुकीं नायर ने पाकिस्तानी लेखक मोहसिन हामिद…
भारतीय परिवेश और हॉलीवुड से जुड़ाव रखने वाली फिल्मों की निर्देशक मीरा नायर ने अपनी आगामी फिल्म द रिलक्टेंट फंडामेंटलिस्ट में दोनों ही दुनियाओं का समावेश कर दिया है। इस फिल्म में वे पहचान और जुड़ाव से संबंधित सवाल उठाती हैं।
सलाम बॉम्बे, मिसीसिप्पी मसाला, मानसून वेडिंग और अमेलिया जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुकीं नायर ने पाकिस्तानी लेखक मोहसिन हामिद के उपन्यास पर द रिलक्टेंट फंडामेंटलिस्ट बनाई है। इसमें 11 सितंबर के हमलों के बाद के दौर में एक पाकिस्तानी युवक के मन में अमेरिका के लिए प्रेम और उसके बाद मोहभंग की स्थिति को दर्शाया गया है।
बकौल मीरा, मेरी फिल्म एक ऐसे युवा के बारे में है जो चीजों को पहली बार देखता है। मेरे बेटे और बीस वर्ष के आसपास की उम्र के अन्य लोगों के लिए इस फिल्म को बनाना जरूरी था। यह कहानी दिखाती है कि हम किस तरह अपना रास्ता चुनते हैं लेकिन आज यह रास्ता बीस साल पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा जटिल है।
मीरा ने आगे कहा, फिल्म में यह भी बताया गया है कि किस तरह हम यहां बैठकर अमेरिका के सपने देखते हैं और जब हम वहां जाते हैं तो हम पाते हैं कि वह सब भ्रम था। लेकिन क्या हम वाकई इस भ्रम को समझते हैं? यह फिल्म यही सवाल उठाती है।
भारतीय-अमेरिकी मूल की इस 55 वर्षीय निर्देशक का कहना है कि उनकी फिल्म में मुख्य भूमिका रिज अहमद ने निभाई है। उनका साथ हॉलीवुड और बॉलीवुड के नामचीन सितारों केट हडसन, कीफर सदरलैंड, लाइव श्राइबर, ओम पुरी और शबाना आजमी ने दिया है।फिल्म इस शुक्रवार को पीवीआर द्वारा भारत में प्रदर्शित की जाएगी।
वहीं, इसी दिन इसे पाकिस्तान में भी प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म का अधिकांश हिस्सा लाहौर पर आधारित है, जिसका पुनर्निर्माण दिल्ली में किया गया।
वेनिस अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ओपनिंग के बाद से इस फिल्म का सफर अच्छा रहा है। इस फिल्म को अमेरिका में प्रदर्शित किया जा चुका है और नायर के अनुसार, इस फिल्म के लिए दर्शकों की ओर से काफी रूचि दिखाई गई।