अखिलेश राज में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा।
इटावा में पहले तो अपराधियों ने एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर बदमाशों ने पीड़ित लड़की को आग के हवाले कर दिया। लड़की ने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया लेकिन सभी 6 अपराधी फरार हैं।
तो यूपी के सहरानपुर में ही एक महिला एथलीट…
अखिलेश राज में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा।
इटावा में पहले तो अपराधियों ने एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर बदमाशों ने पीड़ित लड़की को आग के हवाले कर दिया। लड़की ने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया लेकिन सभी 6 अपराधी फरार हैं।
तो यूपी के सहरानपुर में ही एक महिला एथलीट के अपहरण की नाकाम कोशिश के बाद अपराधियों ने उसे कार से कुचल दिया वहीं एक दिन पहले प्रतापगढ़ इलाके में एक पीड़ित लड़की की अपराधियों ने जीभ काट दी। इस लड़की के साथ बदमाशों ने पहले सामूहिक दुष्कर्म किया था और लड़की अदालत में अपराधियों के खिलाफ बयान देने वाली थी।
पहले प्रतापगढ़ में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक लडकी की अपराधियों ने जीभ काटी और अब इटावा में एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे जिंदा जला दिया गया। पीड़ित लड़की की अस्पताल में आज मौत हो गई। इस मामले मे 6 आरोपी हैं लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। लड़की के साथ उसके प्रेमी और 5 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था लेकिन लड़की की शिकायत से नाराज होकर अपराधियों ने उसे आग के हवाले कर दिया।
यूपी का नाम रोशन करने वाले भी यहां दबंगों के कहर से आज़ाद नहीं। सहारनपुर में महिला एथलीट ने अपहरण की कोशिश की आरोप लगाया है। घटना थाना सदर इलाके की है। आरोप के मुताबिक कुछ बदमाशों ने इस लड़की का अपहरण करने की कोशिश की लेकिन जब कोशिश नाकाम रही तो लड़की को गाड़ी के नीचे कुचल दिया गया। उसे गंभीर हालत में ज़िला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
घटनास्थल पर मौजूद दूसरे खिलाड़ियों ने इसके बाद जमकर तोड़फोड़ की और तीन आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। दो बदमाश भागने में कामयाब रहे। सभी एथलीट उस वक्त प्रैक्टिस के बाद स्टेडियम से लौट रहे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
एसपी नेता कमाल फारूकी ने प्रतापगढ़ में नाबालिग के साथ हुई ज्यादती की निंदा तो की लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे देश में होती हैं इसलिए मनोवैज्ञानिकों को भी इसका कारण ढूंढना चाहिए।