दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत ने टूजी स्पेक्ट्रम के कथित घोटाला मामले में रिलायंस ग्रुप के प्रमुख अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी को बतौर गवाह बुलाने को जरूरी बताया है। कोर्ट के इस आदेश के मुताबिक अब अनिल और टीना अंबानी को कोर्ट में हाजिर होना होगा।
एडीएजी ग्रुप के 990 करोड़ से अधिक के कथित निवेश से जुड़े मामले पर अनिल अंबानी से…
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत ने टूजी स्पेक्ट्रम के कथित घोटाला मामले में रिलायंस ग्रुप के प्रमुख अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी को बतौर गवाह बुलाने को जरूरी बताया है। कोर्ट के इस आदेश के मुताबिक अब अनिल और टीना अंबानी को कोर्ट में हाजिर होना होगा।
एडीएजी ग्रुप के 990 करोड़ से अधिक के कथित निवेश से जुड़े मामले पर अनिल अंबानी से जिरह को कोर्ट ने जरूरी बताया है। सीबीआई के आरोप के मुताबिक स्वान टेलीकॉम में एडीएजी के 990 करोड़ के कथित निवेश की अनिल को जानकारी थी। वहीं, टीना अंबानी ने एडीएजी के स्वॉन टेलीकॉम में कथित निवेश से जुड़ी बैठकों की अध्यक्षता की। और तो और एडीएजी ग्रुप के तीन सीनियर अधिकारी टूजी घोटाले के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। यह मामले इसलिए गंभीर हो गया है क्योंकि एडीएजी ग्रुप पर स्वॉन टेलीकॉम के जरिये लाइसेंस लेने और कोटे से ज्यादा स्पेक्ट्रम हासिल करने का आरोप लगा है।
बहरहाल, टूजी मामले में 13 लोगों की गवाही होगी। लेकिन अहम बात ये है कि इनमें ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी का भी नाम शामिल है। अगर शुक्रवार को अदालत ने इन दोनों को गवाह बनाने की अर्जी खारिज कर दी होती, तो अनिल और टीना का मामले से नाता लगभग खत्म हो जाता। लेकिन स्पेशल कोर्ट के ताजा फैसले के बाद इस बात की जांच की जाएगी कि दोनों की कोटे से अधिक स्पेक्ट्रम हासिल करने में कोई भूमिका है या नहीं और अगर है तो किस हद तक?