आईपीएल के सीजन सिक्स की सरताज बनीं मुंबई इंडियंस की टीम। आखिर मुंबई ने हिलाई चेन्नई की दुनिया, 23 रनों से चेन्नई को मात दे, चैंपियनशिप पर कर लिया कब्जा। हालांकि फाइनल शुरू होने से पहले खिताब की फेवरेट टीम चेन्नई इस तरह चित्त होगी ये किसी ने भी नहीं सोचा होगा। खिताब की मजबूत दावेदार सिर्फ 125 रन ही बना पाई। सवाल अब ये है कि मुंबई की दमदार गेंदबाज़ी…
आईपीएल के सीजन सिक्स की सरताज बनीं मुंबई इंडियंस की टीम। आखिर मुंबई ने हिलाई चेन्नई की दुनिया, 23 रनों से चेन्नई को मात दे, चैंपियनशिप पर कर लिया कब्जा। हालांकि फाइनल शुरू होने से पहले खिताब की फेवरेट टीम चेन्नई इस तरह चित्त होगी ये किसी ने भी नहीं सोचा होगा। खिताब की मजबूत दावेदार सिर्फ 125 रन ही बना पाई। सवाल अब ये है कि मुंबई की दमदार गेंदबाज़ी के अलावा फिक्सिंग फैक्टर तो नहीं जो चेन्नई को ले डूबा।
हिला दी दुनियाये जीत जोरदार है, मुंबई की टीम जिस खिताब के लिए उतरी थी मैदान पर आखिरकार वो ताज उनके सिर सज ही गया। मुंबई, चेन्नई को 23 रनों से हराकर सीजन सिक्स की बन गई चैंपियन। हालांकि किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि इस बार मुंबई हिला देगी और खिताब अपने नाम कर लेगी।
एम फैक्टर ‘मिचेल-मलिंगा’ का जलवा चेन्नई धड़ामचेन्नई टीम के सामने जीत के लिए 149 रनों का चैलेंज था, लेकिन मिचेल और मलिंगा के वार के आगे चेन्नई का टॉप ऑर्डर का निकल गया तेल। माइकल हसी, सुरेश रैना और एस बद्रीनाथ आए और गए। फिर धवन ने ब्रावो को निपटा चेन्नई को चौथा झटका दिया। इसके बाद भज्जी ने जडेजा को और जॉनसन ने विजय को पवेलियन का रास्ता दिखा, चेन्नई की हार तय कर दी। हालांकि धोनी एक छोर से जरूर जमे रहे, लेकिन उनका बैटिंग आर्डर में नीचे आना टीम के लिए भारी पड़ गया। धोनी के बल्ले से निकली 63 रनों की पारी। मुंबई की तरफ से जॉनसन, मलिंगा और हरभजन सिंह को 2-2 विकेट मिला।
पोलार्ड का पंचमुंबई – 148/9हालांकि मुंबई टीम की भी शुरुआत काफी खराब रही, महज 16 रनों के अंदर तीन विकेट गिर गए। दिनेश कार्तिक ने 21 रन बनाकर उम्मीद तो जरूर जगाई, लेकिन उनके निपटते ही टीम काफी मुश्किल में दिखाई दे रही थी। लेकिन उसके बाद ईडन गार्डन मैदान पर चला पोलार्ड का बल्ला। पोलार्ड ने चेन्नई के हर गेंदबाजों को जमकर धोया। पोलार्ड ने महज 45 गेंदों 3 चौके और 5 छक्कों की मदद से 60 रन ठोक मुंबई टीम का स्कोर 150 रनों के पास पहुंचा दिया। पोलार्ड की धमाकेदार पारी की बदौलत मुंबई निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट के नुक्सान पर 148 रन बनाने में कामयाब रहा। पोलार्ड को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया। यह स्कोर आखिरकार चेन्नई टीम के लिए साबित हुई बड़ी चुनौती और मुंबई ने जोरदार जीत दर्ज करके मास्टर को दी जीत से विदाई।
टूट गया हैट्रिक का सपनाचैंपियन चेन्नई चित्तएक के बाद एक मैदान छोड़ते दिखे चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज। सभी बल्लेबाज़ मिलकर बना पाए सिर्फ 125 रन। कौन कहेगा ये वही टीम है जिसके पास है ओरेंज और पर्पल कैप विजेता, जिसके खाते में है सबसे ज्यादा दो खिताब, जिसने खेले हैं आईपीएल के सबसे ज्यादा फाइनल। कौन कहेगा कि ये वही टीम है जो लीग राउंड में थी टेबल टॉपर, तो ऐसा क्या बदला लीग मैचों और फाइनल के बीच टीम के बल्लेबाज़ के बल्ले को जंग लग गया। दरअसल, न तो विकेट में कोई जिन्न है न ही विरोधी के खेमे में ऐसा कोई ब्रहमासत्र जिसके सामने दो बार की चैंपयिन टीम के बल्लेबाज़ पानी मांगे। लगता है कि ये दवाब है फिक्सिंग के फेर का, चेन्नई सुपरकिंग पर लग रहे हैं फिक्सिंग के आरोप। टीम का मालिक सट्टेबाजी के आरोप में जेल में बंद है दूसरे मालिक पर है इस्तीफा देने का दबाव। कप्तान की पत्नी भी सवालों के घेरे में, ऐसे में कैसे की जाए उम्मीद की टीम के खिलाड़ी बिना किसी दवाब के फाइनल जैसे मुकाबले में सिर्फ क्रिकेट के बारे में सोच रहे होंगे। 149 रन के टार्गेट पर मैच जीता जा सकता है, लेकिन ये इतना बड़ा टार्गेट भी नहीं जो सबसे ज्यादा आईपीएल इतिहास मे सबसे ज्यादा 8 बार दो सौ का स्कोर खड़ा करने वाली टीम को धराशायी कर दे। साफ है कि चैंपियन चेन्नई के चित्त होने की वजह खेल से कम खेल के उपर के खेल से ज्यादा जुड़ी हुई थी। विरोधी गेंदबाज़ों की बखिया उधेड़ने वाले बल्लेबाज़ फिक्सिंग के आरोपों की बाउंसर से हो गए धराशायी और टूट गया खिताबी हैट्रिक का सपना…।