नई दिल्ली। आखिरकार चीन को अपना अडियल रवैया छोड़ना पड़ा। चीन अपने सैनिकों को लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी सेक्टर से पीछे हटाने को तैयार हो गया है। भारत भी अपने सैनिकों को इसी सेक्टर से पीछे हटाने को राजी हो गया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता के बाद इस पर सहमति बनी। इस सहमति के बाद दोनों देशों के बीच पैदा हुआ गतिरोध खत्म हो गया है। सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के बीजिंग दौरे के रद्द होने के संकेत के कारण चीन को झुकना पड़ा। चीन नहीं चाहता था कि दोनों देशों के संबंध खराब हों।
चीन के सैनिक भारतीय सीमा में 19 किलोमीटर अंदर तक घुस आए थे। उन्होंने लद्दाख के डीओबी सेक्टर में अपने पांच तंबू गाड़ दिए थे। दोनों देशों के बीच तीन फ्लैग मीटिंग हुई थी लेकिन उनमें कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
दोनों देशों के बीच शनिवार को चुसुल में चौथी फ्लैग मीटिंग हुई। इसमें चीनी पक्ष ने कहा कि भारत पहले अपनी सेना दौलत बेग ओल्डी सेक्टर से हटाएं। ब्रिगेडियर स्तर की बैठक बेनतीजा रही थी।