ऑटो में अब लगे आम आदमी पार्टी विरोधी पोस्टर

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आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव प्रचार के ‘ब्रह्मास्त्र’ का इस्तेमाल अब उसी के खिलाफ हो रहा है। दिल्ली में ऑटो रिक्शा के पीछे ‘आप’ के पोस्टर लगाकर अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने वाला ग्रुप ही अब उनके खिलाफ हो गया है। सोमवार शाम से ऑटो रिक्शा में ‘आप’ के समर्थन वाले पोस्टर उसके विरोध में बदले दिखाई दिए। आने वाले दिनों में ऑटो के जरिए ‘आप’ के खिलाफ यह ‘पोस्टर वॉर’ और तेज हो सकता है।

एनजीओ ‘न्यायभूमि’ की ओर से लगाए गए इन लाल रंग के पोस्टरों में दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी ऑटो रिक्शा ड्राइवरों की अनदेखी कर रही है। यही नहीं ‘आप’ पर कालका जी सीट से ऑटो ड्राइवर भाग सिंह का टिकट काटने का भी आरोप लगाया गया है। इस मुहिम के कर्ता-धर्ता ‘आप’ के सदस्य और ऑटो चालकों के वेलफेयर के लिए काम करने वाले एनजीओ ‘न्यायभूमि’ के सदस्य राकेश अग्रवाल हैं।

20 हजार ऑटो में लगेंगे ‘आप’ विरोध पोस्टरः

 अग्रवाल ने ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर ऑटो रिक्शा चालकों का इस्तेमाल कर उन्हें किनारे करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि ये पोस्टर मंगलवार शाम तक न्यायभूमि से जुड़े करीब तीन हजार ऑटो पर चिपका दिए जाएंगे। अग्रवाल ने कहा, ‘हमारी योजना अगले कुछ दिनों में ऐसे 20 हजार पोस्टर चिपकाने की है। इन पोस्टरों में केजरीवाल की वादाखिलाफी और चुनाव में अन्ना के नाम के दुरुपयोग की बात लोगों को बताई जाएगी। हमारा मकसद केजरीवाल के नेतृत्व की खामियों को सामने लाना है।’

पोस्टरों में केजरीवाल से सवालः 

आम आदमी पार्टी के विरोध वाले ये लाल रंग के पोस्टर ‘आप’ के समर्थन वाले काले-सफेद पोस्टरों से बिल्कुल अलग हैं। इनमें ऑटो चालकों से धोखे की बात कहते हुए केजरीवाल से सवाल पूछा गया है, ‘केजरीवाल ने ऑटो चालक भाग सिंह को कालका जी से टिकट दिया और फिर छीन लिया, क्यों?’ इसके नीचे छोटे अक्षरों में ऑटो रिक्शा चालकों की समस्याओं पर ‘आप’ की बेरुखी की बात कही गई है।

हालांकि दिलचस्प बात यह है कि अग्रवाल जिन भाग सिंह को टिकट नहीं देने को लेकर यह मुहिम चला रहे हैं, वही भाग सिहं ‘आप’ को पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। सिंह की उम्मीदवारी अक्टूबर में रद्द कर दी गई थी। ‘आप’ ने इस पर कहा था कि सिंह ने ही अपना नॉमिनेशन वापस लिया। भाग सिंह ने इस पर बताया कि पार्टी ने उनका नाम वापस लेने और किसी और को टिकट देने का फैसला किया था।

न्यायभूमि की इस मुहिम के बारे में भाग सिंह ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि पार्टी ने मुझे टिकट क्यों नहीं दिया, लेकिन यह अच्छी पार्टी है और मैं अभी भी इसका सदस्य हूं। न्यायभूमि के इस कैंपेन की जानकारी मुझे नहीं है। मुझे इस बारे में नहीं बताया गया। मैं इसका समर्थन भी नहीं करता हूं। अगर उन्हें यह कैंपेन चलाना ही था तो इसे उसी समय शुरू करना चाहिए था जब मेरा नाम वापस लिया गया।’

उधर, आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक उम्मीदवारों के चयन के वक्त अग्रवाल ने अपने लोगों के लिए 6 टिकट मांगे थे। जब उनकी यह मांग नहीं मानी गई तो वह विरोध पर उतर आए।