कर्नाटक के चुनाव में दाग़ियों की कमी नहीं है। करीब 21 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज है।
नेशनल इलेक्शन वॉच के मुताबिक कर्नाटक में 1052 उम्मीदवारों में से 21 फीसदी यानी 220 उम्मीदवार ऐसे हैं जो किसी न किसी आपराधिक मामले में लिप्त हैं और इनमें से 11 फीसदी यानी 110 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर संगीन इल्ज़ाम हैं।
पार्टियों के हिसाब से देखे…
कर्नाटक के चुनाव में दाग़ियों की कमी नहीं है। करीब 21 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज है।
नेशनल इलेक्शन वॉच के मुताबिक कर्नाटक में 1052 उम्मीदवारों में से 21 फीसदी यानी 220 उम्मीदवार ऐसे हैं जो किसी न किसी आपराधिक मामले में लिप्त हैं और इनमें से 11 फीसदी यानी 110 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर संगीन इल्ज़ाम हैं।
पार्टियों के हिसाब से देखें तो कांग्रेस दाग़ी उम्मीदवारों के मामले में सबसे ऊपर है जिनके 25 फीसदी यानी 55 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं और इनमें से 27 उम्मीदवारों पर संगीन इल्जाम हैं। दूसरे नम्बर पर जेडीएस है जिनके 22 फीसदी यानी 48 उम्मीदवारों पर आपराधिक आरोप हैं और 27 उम्मीदवारों पर हत्या और हत्या की कोशिश जैसे गंभीर आरोप हैं। बीजेपी के 45 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं जबकि कमल के 21 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर सीरीयस क्रिमिनल ऑफेंस के आरोप हैं। केजेपी के 44 उम्मीदवार दागी हैं जिनमें से 21 पर गंभीर इल्ज़ाम हैं।
संगीन इल्ज़ाम के मामले में सबसे ऊपर हैं केजेपी सुप्रीम बीएस येदियुरप्पा, 25 संगीन धाराओं में 17 क्रिमिनल केसेज़ दर्ज हैं।