गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी भले ही खुलकर माफी नहीं मांग रहे हैं लेकिन मिशन 2014 के लिए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कमर कसते हुए 1990 में अयोध्या में इकट्ठा हुए कारसेवकों पर गोली चलाने के आदेश पर अफसोत जाहिर किया है।
मुलायम के इस बयान को जहां अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है, वहीं कुछ लोगों का कहना भी है कि नेताजी…
गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी भले ही खुलकर माफी नहीं मांग रहे हैं लेकिन मिशन 2014 के लिए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कमर कसते हुए 1990 में अयोध्या में इकट्ठा हुए कारसेवकों पर गोली चलाने के आदेश पर अफसोत जाहिर किया है।
मुलायम के इस बयान को जहां अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है, वहीं कुछ लोगों का कहना भी है कि नेताजी देर आए लेकिन दुरुस्त आए। एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान मुलायम ने कहा कि वहां पर 11 लाख के आसपास कारसेवक इकट्ठा हो गए थे जिससे संप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने के आसार थे इसलिए मुझे यह फैसला लेना पड़ा। बाबरी विध्वंस के वक्त उपजे विवाद को देखते हुए तत्काल यूपी सरकार ने कार सेवकों पर फायरिंग का आदेश दिया था, जिसमें कई कार सेवक मारे गए थे।
बीजेपी पर बरसे मुलायम…
वहीं इस इंटरव्यू में भी मुलायम ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा और उन्होंने कहा कि वह अपने हर भाषण में गुजरात के विकास की बात करते हैं लेकिन कोई उनसे पूछे कि उन्होंने अपने राज्य की लड़कियों और किसानों के लिए क्या काम किया है। उन्होंने इस मौके पर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां पर चलाए जा रहे कन्यादान प्रोग्राम की चारों तरफ चर्चा हो रही है लेकिन सपा सरकार ने अपने राज्य में 10 साल पहले ही इस योजना में लागू कर दिया था।