नई दिल्ली। मानहानि मामले में अरविंद केजरीवाल को अदालत ने शुक्रवार को छह जून तक के लिए जेल भेज दिया। सुनवाई के दौरान केजरीवाल खुद कोर्ट में मौजूद थे। पहले कोर्ट रूम में भीड़ की वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई की बात कही गई थी लेकिन केजरीवाल कोर्ट के दूसरे कमरे में पहुंचे जहां सुनवाई शुरू हुई।
केजरीवाल के आज फिर बेल बांड भरने से इन्कार करने के बाद कोर्ट ने कहा कि उन्हें प्रक्रिया पूरी करनी ही पड़ेगी नहीं तो जेल जाना होगा। केजरीवाल ने कोर्ट से कहा कि आखिर उनकी गलती क्या है? केजरीवाल के वकील शांति भूषण ने अपनी दलील पेश कते हुए कोर्ट से अनुरोध किया कि केजरीवाल दो दिनों तक जेल में रह चुके हैं उनके साथ नरमी बरती जानी चाहिए। इस पर कोर्ट ने केजरीवाल और उनके वकील से कहा कि अगर आप हमारे फैसले से संतुष्ट नहीं हैं तो ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं। कोर्ट ने पूछा बांड भरने में उन्हें क्या परेशानी है? कोर्ट का कहना था कि बिना बांड भरे केजरीवाल को रिहा किए जाने से गलत संदेश जाएगा। कोर्ट ऐसा नहीं कर सकता, यह कहते हुए कोर्ट ने केजरीवाल को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
केजरीवाल 21 मई को अवमानना केस मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में पेश हुए थे। यहां उन्हें जमानत के लिए 10 हजार रुपये का मुचलका भरना था जिसे उन्होंने भरने से इन्कार कर दिया। इसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल को 23 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
गौरतलब है कि केजरीवाल ने कुछ महीने पहले भ्रष्ट लोगों की सूची जारी की थी, जिसमें भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का भी नाम था। गडकरी ने केजरीवाल खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।