जेट एयरवेज और एतिहाद एयरवेज डील पर उठे सवाल

0

एवियशन सेक्टर की सबसे बड़ी डील पर सवालिया निशान लग गया है और इसके साथ ही सरकार के कुछ आला मंत्री भी शक के घेरे में आ गए हैं। मामला भारत की जेट एयरवेज और यूनाइटेड अरब अमीरात की एतिहाद एयरवेज के बीच एवियेशन सेक्टर के सबसे बड़े सौदे से जुड़ा है।

कुछ दिनों से सरकार और सरकार के मंत्रियों पर किसी गड़बड़ी को लेकर आरोप लगने बंद से हो गए थे लेकिन आखिर यूपीए-…

जेट एयरवेज और एतिहाद एयरवेज डील पर उठे सवाल

एवियशन सेक्टर की सबसे बड़ी डील पर सवालिया निशान लग गया है और इसके साथ ही सरकार के कुछ आला मंत्री भी शक के घेरे में आ गए हैं। मामला भारत की जेट एयरवेज और यूनाइटेड अरब अमीरात की एतिहाद एयरवेज के बीच एवियेशन सेक्टर के सबसे बड़े सौदे से जुड़ा है।

कुछ दिनों से सरकार और सरकार के मंत्रियों पर किसी गड़बड़ी को लेकर आरोप लगने बंद से हो गए थे लेकिन आखिर यूपीए-2 गवर्नमेंट में ऐसा लंबे वक्त तक कैसे रह सकता है। लिहाजा एक बार फिर  सरकार के कुछ आला मंत्री गहरे सवालों के घेरे में है और इस बार यह सवाल उठे हैं भारत की जेट एयरवेज और यूनाइटिड अरब अमिरात की एतिहाद एयरवेज के बीच एवियेषन सेक्टर से सबसे बड़े सौदे को लेकर।

इस सौदे पर वाम दलों और बीजेपी ने प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है और इसकी जांच कराने की मांग की है। अब आपको बताते हैं कि ये पूरी कहानी आखिर है क्या…

24 अप्रैल 2013, यही वो तारीख थी जब भारत और अबु धाबी के बीच उड़ान अधिकारों को लेकर एक बातचीत खत्म हुई थी जिसमें भारत और अबुधाबी के बीच 36,750 सीटों की साप्ताहिक उड़ाने भरने की रजामंदी मिली थी। इसके अलावा उड़ानों से जुड़ी कई ऐसी रियायतें दी गई थी जिसका फायदा कहीं ना कहीं जेट एयरवेज को मिलता दिख रहा था क्योंकि 24 अप्रैल 2013 को जैसे ही भारत और अबुधाबी के बीच उड़ानों को लेकर ये घोषणाए हुईं उसी दिन एतिहाद ने जेट एयरवेज में 24 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान कर दिया।

एतिहाद ने ऐलान किया कि वो 379 मिलियन डॉलर यानी करीब 2000 करोड़  में बदले जेट के 24 फीसदी शेयर खरीदेगी। अब एक ही तारीख को हुई दो बड़ी घोषणाओं को संयोग पर ही उंगलियां उठ रही हैं।

अबुधाबी और भारत के बीच जो उड़ान समझौते हुए उसे हरी झंडी दिखाई थी वित्त मंत्री पी चिदंबरम की अध्यक्षता वाले ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने जिसमे नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह, विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा शामिल थे। जाहिर है इन समझौतों को बिना पीएम को जानकारी दिए अंजाम नहीं दिया गया होगा।