क्या एनडीए गठबंधन टूटने की कगार पर है। क्या बीजेपी और जेडीयू की सालों पुरानी दोस्ती अब खत्म होने वाली है। जी हां ये सवाल इसलिये क्योंकि मोदी को बीजेपी की चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाये जाने से नीतीश कुमार बेहद खफा है और इसी के चलते नीतीश कुमार जेडीयू के नेताओं के साथ पटना में अहम बैठक कर रहे हैं।
गठबंधन में बने रहने या अलग होने को लेकर नीतीश अप…
क्या एनडीए गठबंधन टूटने की कगार पर है। क्या बीजेपी और जेडीयू की सालों पुरानी दोस्ती अब खत्म होने वाली है। जी हां ये सवाल इसलिये क्योंकि मोदी को बीजेपी की चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाये जाने से नीतीश कुमार बेहद खफा है और इसी के चलते नीतीश कुमार जेडीयू के नेताओं के साथ पटना में अहम बैठक कर रहे हैं।
गठबंधन में बने रहने या अलग होने को लेकर नीतीश अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि इस बारे में जल्द फैसला हो सकता है।
मोदी मसले पर नाराज आडवाणी को तो बीजेपी ने मना लिया लेकिन पहले से ही मोदी के नाम पर असहमत नीतीश कुमार अब भी नाराज हैं। सूत्रों की मानें तो जेडीयू ने एनडीए से अलग होने का मन बना लिया है और इसके लिए पार्टी के बड़े नेताओं से बातचीत की जा रही है।
खबर है कि जल्द ही जेडीयू इस बात का एलान कर देगा कि वो एनडीए से अलग हो रहा है। जेडीयू पहले से ही मोदी के नाम पर अपनी नाराजगी जाहिर करता रहा है और इस मामले पर आखिरी फैसले के लिए जेडीयू ने दिसंबर तक का वक्त दिया था लेकिन मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब एनडीएन से अलग होने का फैसला पहले ही किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो बिहार में सरकार बचाने के लिए जेडीयू निर्दलीय विधायकों के संपर्क में हैं।