तीसरी फ्लैग मीटिंग के बाद भी नहीं माना चीन

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भारत और चीन के बीच दौलत बेग ओल्डी के निकट 19 किलोमीटर तक घुसपैठ के मसले पर तीसरी बार हुई फ्लैग मीटिंग भी बेनतीजा रही।खबरों की मानें तो चीनी सेना किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं है जिसने भारत की परेशानियां बढ़ा दी है। इस मीटिंग के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलते देख रक्षा मंत्री एके एंटनी ने तीनों सेनाप्रमुखों के साथ मीटिंग कर मामले पर बात की।ह… तीसरी फ्लैग मीटिंग के बाद भी नहीं माना चीनभारत और चीन के बीच दौलत बेग ओल्डी के निकट 19 किलोमीटर तक घुसपैठ के मसले पर तीसरी बार हुई फ्लैग मीटिंग भी बेनतीजा रही।खबरों की मानें तो चीनी सेना किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं है जिसने भारत की परेशानियां बढ़ा दी है। इस मीटिंग के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलते देख रक्षा मंत्री एके एंटनी ने तीनों सेनाप्रमुखों के साथ मीटिंग कर मामले पर बात की।हालांकि खबरें यह है कि चीन ने इस मसले से पीछे हटने के लिए भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा के निकट भारत द्वारा नवनिर्मित बंकरों और सड़क को नष्ट करने की मांग की है जिसे भारतीय सेना ने नकार दिया है। रक्षा मंत्री का कहना है कि हम चीन की किसी भी मांग को नहीं मांगेंगे क्‍योंकि वह हमारी सीमा में घूस गए हैं और यहां से वापस हटने के लिए हमसे ही मांग कर रहे हैं जो तर्कसंगत है।सूत्रों ने बताया कि चीनी सेना के जवान इलाके में अब भी तंबू गाड़े हुए हैं। सुरक्षा की समीक्षा के लिए एके एंटनी की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन व तीनों सेना प्रमुखों के साथ हुई बैठक में भी इस मसले पर विस्तार से चर्चा की गई।