क्या लोकसभा चुनाव की आहट के बीच महाराष्ट्र की राजनीति बदलाव का संकेत दे रही है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार का ताजा बयान इसी ओर संकेत करता है। अजीत पवार ने मुख्यमंत्री समेत महाराष्ट्र कांग्रेस के कई नेताओं पर सीधा वार किया है। गठबंधन में शामिल कांग्रेस और एनसीपी के तल्ख हो रहे रिश्ते के बीच सांगली के चुनाव परिणाम ने दोनों…
क्या लोकसभा चुनाव की आहट के बीच महाराष्ट्र की राजनीति बदलाव का संकेत दे रही है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार का ताजा बयान इसी ओर संकेत करता है। अजीत पवार ने मुख्यमंत्री समेत महाराष्ट्र कांग्रेस के कई नेताओं पर सीधा वार किया है। गठबंधन में शामिल कांग्रेस और एनसीपी के तल्ख हो रहे रिश्ते के बीच सांगली के चुनाव परिणाम ने दोनों पार्टियों के बीच दूरी बढ़ा दी है।
महाराष्ट्र के सियासी हल्के में दादा के नाम से पहचान बनाने वाले जूनियर पवार का ये दांव कांग्रेस-एनसीपी के बदलते रिश्ते की बानगी है। अजित पवार ने अपने सहयोगी कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं पर करारा कमेंट किया है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक अजित पवार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण राणे के आपराधिक रिकॉर्ड का हवाले देते हुए निशाना साधा है।
अजित पवार के मुताबिक वैसे कई लोग जो आज महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम हैं, उनका इतिहास संदेह से भरा रहा है। इनमें से एक चेंबूर में एक आपराधिक गैंग के मुखिया थे वहां एक हरिया का गैंग था जबकि दूसरे का नाम मैं अभी इसलिए नहीं ले सकता क्योंकि वो अभी महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के सदस्य हैं। पुलिस कल तक जिन्हें लॉकअप में डालकर पिटाई करती थी वही पुलिस आज उन्हें सलाम ठोकती है।
हालांकि जूनियर पवार ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन सीधा इशारा नारायण राणे की ओर था। राणे और अजित पवार पहले भी कई बार एक दूसरे के आमने सामने आ चुके हैं। अजित पवार ने महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष मानिक राव ठाकरे पर भी निशाना साधा है। जूनियर पवार यहीं नहीं रुके और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण पर भी निशाना साधने से नहीं चूके।
अजित पावर के इसी सियासी पंच से महाराष्ट्र के सियायी हल्के में भूचाल आना तय है। महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन के बीच तनातनी कोई नई बात नहीं। काफी वक्त से कांग्रेस और एनसीपी के बीच काफी कड़वाहट दिख रही है लेकिन सांगली शहरी निकाय चुनाव में कांग्रसे की पटखनी से एनसीपी बेहद नाराज है और यह दरार अब सतह पर गई है।
वैसे अगर बात अजित पवार की हो तो विवादास्पद बयान बाजी उनके लिए कोई नई बात नहीं। इससे पहले महाराष्ट्र में आए सूखे के वक्त भी उनके विवादास्पद बयान को लेकर काफी हंगामा मचा था लेकिन जूनियर पवार हैं कि मानते नहीं।