बीजेपी में पीएम उम्मीदवार को लेकर जारी मतभेद एक बार फिर सामने आया। नरेंद्र मोदी के नाम पर अभी भी बीजेपी में सहमति नहीं बन पाई है। यूपीए सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने आई सुषमा स्वराज अपनी ही पार्टी में गतिरोध का सच बोल गई। सुषमा ने साफ कहा कि अभी ये भी तय नहीं है कि पीएम का उम्मीदवार होगा या नहीं। सुषमा के मुताबिक कोई भी फैसला बीजेपी संसदीय बोर्ड में ल…
बीजेपी में पीएम उम्मीदवार को लेकर जारी मतभेद एक बार फिर सामने आया। नरेंद्र मोदी के नाम पर अभी भी बीजेपी में सहमति नहीं बन पाई है। यूपीए सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने आई सुषमा स्वराज अपनी ही पार्टी में गतिरोध का सच बोल गई। सुषमा ने साफ कहा कि अभी ये भी तय नहीं है कि पीएम का उम्मीदवार होगा या नहीं। सुषमा के मुताबिक कोई भी फैसला बीजेपी संसदीय बोर्ड में लिया जाएगा।
अपने घर का झगड़ा भले ना सुलझ रहा हो लेकिन यूपीए की नाकामियां गिनवाने में बीजेपी पीछे नहीं रही। यूपीए की नौवीं सालगिरह के मौके पर सुषमा स्वराज ने यूपीए सरकार को सभी मोर्चों पर नाकाम करार दिया। उनका कहना था कि मनमोहन सिंह पीएम भले सही लेकिन नेता नहीं हैं।
यूपीए-2 के चार साल के कार्यकाल पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा। राज्यसभा के नेता विपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि आजाद भारत में आज तक पीएम की कुर्सी इतनी कमजोर नहीं रही वहीं सीबीआई के दरुपयोग पर भी जेटली ने सवाल उठाए।
वहीं यूपीए के रिपोर्ट कार्ड के पेश करने से पहले ही बीजेपी की प्रतिक्रिया को कांग्रेस ने उसकी घबराहट करार दिया।