इमालवा – चेन्नई | जेपीसी मसौदा रिपोर्ट में टूजी स्पेक्ट्रम मुद्दे पर प्रधानमंत्री को गुमराह करने के आरोप का सामना करने वाले पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने सभी काम प्रधानमंत्री से विचार-विमर्श करके ही किया था और वह अपने बचाव में अगले सप्ताह समिति के समक्ष विस्तृत जवाब भेजेंगे।राजा ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने सब कुछ प्रधानमंत्री से विचार-विमर्श करके ही किया। पद छोड़ने के बाद भी मैंने सभी लोगों को बताया कि मैंने जो कुछ किया वह प्रधानमंत्री से विचार-विमर्श कर ही किया।’
उन्होंने कहा, ‘अपनी गिरफ्तारी के बाद मैंने अदालत में भी वही बात कही और आरोप तय किये जाने के समय भी यही दलील दी। मेरा रुख पूरी तरह से स्पष्ट रहा है।’ टू जी स्पेक्ट्रम आवंटन से जुड़े घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए जेपीसी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में प्रधानमंत्री को दूरसंचार मंत्रालय की ओर से अपनायी जाने वाली प्रक्रिया के बारे में ‘गुमराह’ किया था।
राजा ने कहा, ‘ मैं अपने को निर्दोष साबित कर दूंगा और जेपीसी को नोट भेजूंगा। मुझे उम्मीद है कि वे मुझे बुलायेंगे।’ टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच के बारे में एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, ‘पूरा टूजी मामला गड़बड़ी से भरा है। चाहे कैग हो, उच्चतम न्यायालय के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए मैं कहना चाहता हूं कि नैसर्गिक न्याय के अनुरूप नहीं है। मुझे न्यायपालिका में विश्वास है और मैं अपने को निर्दोष साबित कर दूंगा।’
राजा ने कहा,‘मैंने सब कुछ तत्कालीन वित्त मंत्री और अधिकारियों से विचार विमर्श करके ही किया। और इसके बाद भी कुछ कहना हो, तब वह प्रशासनिक है।’ प्रधानमंत्री को गुमराह करने के जेसीपी के मसौदा रिपोर्ट में कही गई बातों पर राजा ने कहा, ‘मेरा इस बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा जब मेरे पास रिपोर्ट नहीं है।’
उन्होंने हालांकि कहा कि वह पहले ही जेपीसी को लिख चुके हैं और वह विस्तृत नोट भेजेंगे जो 100 पन्नों का हो सकता है। राजा ने कहा, ‘मैं अभी टिप्पणी नहीं कर सकता। उम्मीद करता हूं कि मेरे विस्तृत नोट पर विचार करने के बाद वे मुझे बुलायेंगे।’