बिहार के सारण में परोसे गये मिड डे मील की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आ गई है। जांच में इस बात की पुष्टि हो गई है कि खाने में ऑर्गेनो फॉस्फोरस नाम का कीटनाशक मिला हुआ था। यही जहरीला खाना खाकर 23 बच्चे मौत की नींद सो गये थे।
रिपोर्ट के मुताबिक सब्जी में इस्तेमाल किये गये तेल में जो कीटनाशक मिला है, वो दरअसल खेती में इस्तेमाल होता है और इंसानों के लिए 5 गुण…
बिहार के सारण में परोसे गये मिड डे मील की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आ गई है। जांच में इस बात की पुष्टि हो गई है कि खाने में ऑर्गेनो फॉस्फोरस नाम का कीटनाशक मिला हुआ था। यही जहरीला खाना खाकर 23 बच्चे मौत की नींद सो गये थे।
रिपोर्ट के मुताबिक सब्जी में इस्तेमाल किये गये तेल में जो कीटनाशक मिला है, वो दरअसल खेती में इस्तेमाल होता है और इंसानों के लिए 5 गुणा ज्यादा खतरनाक होता है। सरकारी भोजन से मासूम बच्चों की मौत के बाद नीतीश कुमार की सरकार ने खाने की फॉरेंसिक जांच के आदेश दिये थे जिसकी रिपोर्ट का सबको इंतजार था।
अहम बात यह है कि स्कूल की प्रिंसिपल मीना कुमारी और उनका परिवार अब भी फरार है जबकि खाना बनाने वाली मंजू देवी और 24 अन्य का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब भी चल रहा है।
बिहार में मीड डे मील से हुई मौत के बाद कई प्रदेश सरकारें जाग गई लेकिन ओडीशा की पटनायक सरकार की नींद नहीं खुली। ओडीशा के बालेश्वर में मिड डे मील खाकर 24 बच्चे बीमार पड़ गए हैं वहीं ढेंकनाल में 39 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। मिड डे मील में बिच्छु मिलने के बाद इन बच्चों को आनन-फानन में भुवनेश्वर के अस्पताल ले जाया गया तब जाकर इनकी जान बच सकी। इस घटना से दोनों ही जगहों पर अभिभावकों में रोष है।