बीसीसीआई वर्किंग कमेटी में होगा श्रीनिवासन की किस्मत का फैसला

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चेन्नई में आज बीसीसीआई वर्किंग कमेटी की आपात बुलाई गई है। दोपहर 2.30 बजे शुरू होने वाली इस बैठक में श्रीनिवासन की किस्मत का फैसला होगा। बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अजय शिर्के और सचिव संजय जगदाले के इस्तीफे के बाद राजीव शुक्ला ने भी आईपीएल कमिश्नर का पद छोड़ दिया है।

साफ है कि अब श्रीनिवासन की बारी है, बोर्ड के ज्यादातर सदस्य श्रीनिवासन को हटाने के पक्ष म…

बीसीसीआई वर्किंग कमेटी में होगा श्रीनिवासन की किस्मत का फैसला

चेन्नई में आज बीसीसीआई वर्किंग कमेटी की आपात बुलाई गई है। दोपहर 2.30 बजे शुरू होने वाली इस बैठक में श्रीनिवासन की किस्मत का फैसला होगा। बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अजय शिर्के और सचिव संजय जगदाले के इस्तीफे के बाद राजीव शुक्ला ने भी आईपीएल कमिश्नर का पद छोड़ दिया है।

साफ है कि अब श्रीनिवासन की बारी है, बोर्ड के ज्यादातर सदस्य श्रीनिवासन को हटाने के पक्ष में हैं। अगले बीसीसीआई चीफ के नाम पर भी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। खबर है कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर को दो महीने के लिए कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। बीसीसीआई का एक गुट अरुण जेटली को कार्यभार सौंपना चाहता है लेकिन खुद अरुण जेटली कार्यकारी अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं हैं।

पिछले दो दिन में तीन अहम विकेट गिरने के बाद बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन के विकेट पर चर्चा तेज हो गई। शिर्के, जगदाले और शुक्ला के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि श्रीनिवासन को सिर्फ आज तक की मोहलत है।

स्पॉट फिक्सिंग के कलंक के बाद क्रिकेट में उथल-पुथल जारी है। बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन पर इस्तीफे का दबाव और गहरा गया है। रात करीब 8 बजे बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अजय शिर्के ने इस्तीफा देकर तकड़ा झटका दिया।

अजय शिर्के के इस्तीफे के कुछ देर बाद ही बोर्ड सचिव संजय जगदाले ने भी बीसीसीआई को बाय-बाय कर दिया। दो अहम विकेट गिरने से बोर्ड के अंदर हलचल मच गई। आनन-फानन में 8 जून को होने वाली बीसीसीआई की गर्वनिंग कमेटी की बैठक 2 जून को ही बुला ली गई। इस बीच 15 दिन से चुप्पी साधे रहने वाले अनुराग ठाकुर और अरुण जेटली भी बोले लेकिन बोर्ड अध्यक्ष के तेवर अभी भी ढीले नहीं पड़े।

श्रीनिवासन पर बढ़ते दबाव के बीच आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने भी इस्तीफा दे दिया। प्रधानमंत्री की नसीहत और बीसीसीआई की बैठक से पहले राजीव शुक्ल ने क्रिकेट से खुद को अलग करने में ही भलाई समझी।