मोदी का मुकाबला अपराध का पर्याय कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी से

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इमालवा – वाराणसी – पूर्वांचल के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी जिनके खिलाफ 15 क्रिमिलन केस में 4 हत्या के प्रयास, 4 हत्याओं के, 5 आपराध‍िक साजिश रचने के, 3 मामले दंगा भड़काने के, 3 मामले प्रतिबंध‍ित हथियारों के साथ दंगा भड़काने के मुख्य रूप से शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के ख‍िलाफ इस बाहुबली नेता के चुनाव मैदान में उतरने से वाराणसी का चुनाव रोचक मोड़ पर आ गया है।
अंसारी कौमी एकता दल के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। अंसारी को विश्वास है कि वाराणसी की जनता उन्हें भारी मतों से जितायेगी। इस ऐलान से यह साफ हो गया है कि इस बार वाराणसी का चुनाव हिन्दू-बनाम मुसलमान हो गया है। वैसे हम आपको बता दें कि इस धर्मयुद्ध में सबसे बड़ी भूमिका निभायेंगे अरविंद केजरीवाल। सबसे पहले हम आपको बताना चाहेंगे कि वाराणसी की जनता में 80 प्रतिशत हिन्दू हैं, 18 प्रतिशत मुसलमान, 0.2 प्रतिशत ईसाई, 1.4 प्रतिशत जैन और 0.4 प्रतिशत अन्य धर्मों के लोग हैं। इन आंकड़ों को देखने के बाद आप यह मत सोचियेगा कि सारे के सारे यानी 80 प्रतिशत हिंदुओं का वोट मोदी के खाते में जायेगा, क्योंकि काशी के हिन्दुओं में एक बड़ा वर्ग, ऐसा भी है, जो आम आदमी पार्टी का समर्थक है और उनका वोट केजरीवाल के खाते में जायेगा। नरेंद्र मोदी को क्यों डरना चाहिये मुख्तार अंसारी से वाराणसी के मुसलमानों की स्थ‍िति कुछ ऐसी है कि उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने उन्हें जमकर छला है और मुजफ्फरनगर दंगों के दाग सपा के दामन पर गहरायी से लगे हुए हैं। भाजपा को वोट देंगे नहीं, क्योंकि उनके दिल और दिमाग में नरेंद्र मोदी को मुसलमानों के दुश्मन के रूप में छाप बना दी गई है। कांग्रेस को वोट इसलिये नहीं, क्योंकि उसने पिछले 10 साल से बहुत रुलाया है। मुख्तार अंसारी की बात करें तो काशी के मुसलमान अच्छी तरह समझ चुके हैं कि अपराध‍ियों को वोट देने से कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। अब बचती है आम आदमी पार्टी और वाराणसी जहां केजरीवाल खुद खड़े हैं, तो उनको वोट देना लाजमी बनता है।
अंसारी का पिछला चुनावी रिकॉर्ड 2009 के संसदीय चुनाव में मुख्तार अंसारी ने काशी के मुरली मनोहर जोशी को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि वो हार गये थे, लेकिन मतों का अंतर मात्र 17,087 वोट ही था। अंसारी का क्रिमिनल रिकॉर्ड मुख्तार अंसारी पर सबसे बड़ा मुकदमा भाजपा नेता कृष्णानंद राय की हत्या का चल रहा है। अंसारी और उनके गुर्गों ने 2005 में कृष्णानंद राय के काफिले पर हमला किया था, जिसमें राय समेत 7 लोग मारे गये थे। अंसारी पर चल रहे मुकदमों की फेहरिस्त में कुल 15 क्रिमिलन केस हैं। उनमें 4 हत्या के प्रयास, 4 हत्याओं के, 5 आपराध‍िक साजिश रचने के, 3 मामले दंगा भड़काने के, 3 मामले प्रतिबंध‍ित हथियारों के साथ दंगा भड़काने के मुख्य रूप से शामिल हैं।