मोदी को विदेश नीति की कम समझ, चुप रहना बेहतर: सलमान खुर्शीद

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गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के बीच वार-पलटवार का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं लेता। इस बार आमने-सामने हैं मोदी और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद। अमेरिका और कनाडा में बसे भारतीयों को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने सरकार की विदेश नीति पर हमला बोला हांलाकि इससे पहले विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने उन्हें विदेश नीति पर ना बोलने की नसीहत दी थी।

मोदी के बयान पर कांग्रेस के अलावा दूसरे दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। समाजवादी पार्टी की मानें तो मोदी के ख्वाब बड़े हैं लेकिन जनता के बीच उनकी छवि उतनी बेहतर नहीं है तभी तो कर्नाटक ने मोदी को नकार दिया है।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश नीति का जिक्र क्या छेड़ा, कांग्रेस के नेता जैसे उन पर पिल पड़े। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से लेकर कांग्रेस के दूसरे नेता मोदी की विदेश नीति की समझ पर ही सवाल उठाने लगे।

गुजरात दिवस के मौके पर मोदी ने अमेरिका और कनाडा में बसे भारतीयों को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की यूपीए सरकार पर सवाल उठाते हुए उसका जवाब जानना चाहा।

मोदी को उनके सवालों का जवाब देना तो दूर, उल्टा कांग्रेस के नेता उन्हीं पर सवाल उठाने लगे।

सवाल यह है कि-

-जब देश में सभी को लने की आजादी है तो क्या मोदी को ये हक नहीं है?-क्या कोई मुख्यमंत्री विदेश नीति पर अपनी बात सामने नहीं रख सकता है?

कर्नाटक चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस मोदी पर सवाल तो उठाती है, लेकिन शायद वो ये भूल जाती है कि गुजरात की जनता ने लगातार तीसरी बार उन्हें राज्य की कमान सौंपी है। मोदी के सवालों का जवाब देने के बदले कांग्रेस के नेता एक सुर में उन पर हल्ला बोलना ही मुनासिब समझते हैं। मोदी भी ये भली भांति जानते हैं, तभी तो उन्होंने अपने भाषण में भी इसका जिक्र किया।

राजनीति के तहत मोदी को घेरना तो समझ में आता है, लेकिन कांग्रेस उनके सवालों का जवाब देने से क्यों बचती है, यह समझ से परे है।