उत्तराखंड में फंसे 15 हजार गुजरातियों को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षित निकाला है। जब से मोदी ने उत्तराखंड का दौरा किया है, ये खबरें सुनने को मिल रही हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि मोदी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि वे प्राकृतिक आपदा प्रभावित उत्तराखंड से 15 हजार गुजरातियों को बचा ले…
उत्तराखंड में फंसे 15 हजार गुजरातियों को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षित निकाला है। जब से मोदी ने उत्तराखंड का दौरा किया है, ये खबरें सुनने को मिल रही हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि मोदी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि वे प्राकृतिक आपदा प्रभावित उत्तराखंड से 15 हजार गुजरातियों को बचा ले गये हैं।
कांग्रेस समेत कई पार्टियों के अध्यक्षों ने जब यह खबर सुनी की मोदी ने सिर्फ गुजरातियों को उत्तराखंड से निकाला, तो सभी ने इस बात की निंदा की। यहां तक कि शिवसेना ने भी इस पर मोदी को सामना के माध्यम से खरी-खरी सुनाई। लेकिन राजनाथ सिंह ने बुधवार को यहां पार्टी की प्रदेश इकाई की तरफ से उत्तराखंड के आपदा प्रभावित लोंगों की मदद के लिए भेजी गयी राहत सामग्री और राहत राशि की पहली किस्त को रवाना करने के लिए आयोजित कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओ के सवालो के जवाब में कहा, ”गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी उत्तराखंड में पीडित लोगों से संवेदना जताने वहां चल रहे राहत कार्य की जानकारी के लिए गये थे। मेरी उनसे स्वयं बात हुई है, मोदी ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है और वे स्वयं इस बात से हैरान है कि यह खबर कहां से चल पड़ी।”
इस बीच कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं ने मोदी के 15 हजार गुजरातियों को सुरक्षित निकालने के बयान पर चुटकी ली। संजय निरूपम ने कहा, ”मोदी ने 15 हजार गुजरातियों को नहीं बचाया है। वह बुनियादी झूठ बोलते हैं और इतनी संख्या में लोगों का बचाना संभव नहीं है। उत्तराखंड के मौके पर तो मोदी ने ‘हनुमान जी’ को भी फेल कर दिया है।” इसके साथ ही भाजपा अध्यक्ष ने इस मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे आदि के बारे में कोई भी बात करने से इंकार कर दिया और कहा, ”यह मौका राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। उत्तराखंड में बहुत बड़ी प्राकृतिक आपदा आई है और सबको मिलकर उससे निपटना है।” सिंह ने इस मौके पर उत्तराखंड में राहत और बचाव कार्य के दौरान हेलीकाप्टर दुर्घटना में मारे गये सैन्य अधिकारियों एवं जवानों के परिजनों को पार्टी की तरफ से पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।