रक्षा मंत्री देश से माफी मांगें और सच बताएं: बीजेपी

0

पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के मुद्दे पर रक्षा मंत्री के बयान को रहस्यपूर्ण करार देते हुए भाजपा ने एके एंटनी से देश से माफी मांगने एवं सचाई बताने की मांग की है। लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि एंटनी अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे।

वरिष्‍ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि एंटनी को माफी मांगनी चाहिए। लगता है कि…

पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के मुद्दे पर रक्षा मंत्री के बयान को रहस्यपूर्ण करार देते हुए भाजपा ने एके एंटनी से देश से माफी मांगने एवं सचाई बताने की मांग की है। लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि एंटनी अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे।

वरिष्‍ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि एंटनी को माफी मांगनी चाहिए। लगता है कि उनकी टिप्पणियां पाकिस्तान को निर्दोष साबित करने के इरादे से की गयी हैं क्योंकि सरकार पाकिस्तान से वार्ता जारी रखना चाहती है। यह पूछने पर कि रक्षा मंत्री ने विरोधाभासी बयान क्यों दिया, आडवाणी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार पाकिस्तान के साथ वार्ता जारी रखना चाहती है।’ उन्होंने दावा किया कि हत्याओं में पाकिस्तानी सेना का नाम आने के बावजूद उससे वार्ता जारी रखने पर देश में नाराजगी फैलेगी। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि एंटनी को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए।

पाकिस्तान की नयी सरकार से भारत की वार्ता की खबर पर सवाल उठाते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि भारत के दो सैनिकों की हत्या और उनमें से एक का सिर काटे जाने पर मनमोहन सिंह ने कहा था कि अब रिश्ते पूर्ववत नहीं रहेंगे। फिर पाकिस्तान द्वारा भारत के पांच सैनिकों की हत्या के बाद उसके साथ रिश्ते पूर्ववत कैसे रह सकते हैं? राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘रक्षा मंत्री ने कल जो बयान दिया उसके शीर्षक में पाकिस्तान सेना के हमले से जुडी स्थिति का जिक्र किया गया है, जबकि नीचे मंत्री के कथन में कहा गया है कि भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादी जो पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने हुए थे, उन्होंने भारतीय चौकी को निशाना बनाया।’ भाजपा नेता ने कहा, ‘रक्षा मंत्री के बयान का शीर्षक सचाई के काफी करीब है लेकिन उनका कथन सुविधा से प्रेरित है। हम किसे सच माने। इतना विरोधाभास अगर रक्षा मंत्री को मंत्रालय का बयान बदलने की जरूरत महसूस हुई तब उन्होंने सदन को इसका कारण क्यों नहीं बताया?’ इसके साथ ही रक्षा मंत्री पर तथ्यों से पूरी तरह से अवगत नहीं होने का अरोप लगाते हुए प्रसाद ने कहा कि एंटनी ने सदन में कहा है कि सेना प्रमुख वहां गए हैं और उनके आने के बारे उनसे बात करके और जानकारी देंगे।

प्रसाद ने सवाल किया, देश के जवान बलिदान दें और बातचीत की राजनीति के लिए अधिकारियों को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़े। पाकिस्तान से बातचीत के लिए कौन सी मजबूरी है। भारत की सुरक्षा और बातचीत के दबाव में कौन जरूरी है? उन्होंने कहा कि यह राजनीति का विषय नहीं बल्कि देश की सुरक्षा का विषय है।

देश के भीतर बयानबाजी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को ठेस पहुंचने के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के बयान के बारे में पूछे जाने पर भाजपा नेता ने कहा कि खुर्शीद को अंतरराष्ट्रीय मंच की अधिक चिंता है और हमें देश की सुरक्षा की चिंता है। देश से एक स्वर में कड़ा संदेश जाने की जरूरत है।