कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने मिशन 2014 में जुट गये हैं। कांग्रेस संगठन में फेरबदल के बाद राहुल गांधी ने नये पार्टी पदाधिकारियों के साथ पहली बैठक की। राहुल ने पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। राहुल ने एआईसीसी में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने की वकालत की है।
राहुल गांधी ने पार्टी महासचिवों से कहा, ”अखिल भारतीय क…
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने मिशन 2014 में जुट गये हैं। कांग्रेस संगठन में फेरबदल के बाद राहुल गांधी ने नये पार्टी पदाधिकारियों के साथ पहली बैठक की। राहुल ने पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। राहुल ने एआईसीसी में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने की वकालत की है।
राहुल गांधी ने पार्टी महासचिवों से कहा, ”अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है। उम्मीद करते हैं कि हम अगले दो-तीन साल में इसे 50 प्रतिशत तक कर सकते हैं।”
कांग्रेस के लिए चुनौतियों में पार्टी शासित राजस्थान और दिल्ली सहित चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी शामिल है। दो अन्य राज्य मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ हैं। झारखंड विधानसभा चुनाव भी नजदीक दिख रहा है, क्योंकि राज्य में राष्ट्रपति शासन 18 जुलाई को खत्म हो रहा है। अभी तक कांग्रेस वहां सरकार बनाने की इच्छुक नहीं है। झारखंड मुक्ति मोर्चा पिछले छह महीने से गठबंधन के लिए दबाव बनाए हुए है।
आज की बैठक में कांग्रेस महासचिवों के साथ-साथ सभी कांग्रेस सचिवों ने हिस्सा लिया। बैठक में मंत्रिमंडल छोड़कर संगठन में लौटे सीपी जोशी, अजय माकन भी शामिल रहे। बैठक में दिल्ली समेत कई राज्यों में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाओं के साथ-साथ अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी पार्टी पदाधिकारियों के साथ राहुल गांधी ने चर्चा की।