रेलवे बोर्ड के सदस्य को धन के बदले प्रोन्नति देने के मामले में सीबीआई द्वारा पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल को गवाह बनाने पर सख्त आपत्ति करते हुए भाजपा ने आज कहा कि ऐसा करके सरकार बंसल को बचाने की साजिश रच रही है ।
भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी नेता अनंत कुमार ने कहा कि बंसल इस मामले में प्रथम आरोपी हैं इसलिए वह गवाह नहीं बन सकते हैं। उन…
रेलवे बोर्ड के सदस्य को धन के बदले प्रोन्नति देने के मामले में सीबीआई द्वारा पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल को गवाह बनाने पर सख्त आपत्ति करते हुए भाजपा ने आज कहा कि ऐसा करके सरकार बंसल को बचाने की साजिश रच रही है ।
भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी नेता अनंत कुमार ने कहा कि बंसल इस मामले में प्रथम आरोपी हैं इसलिए वह गवाह नहीं बन सकते हैं। उन्हें आरोपी बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बंसल को आरोपी की बजाय मामले का गवाह बनाना अपने आप में एक साजिश है ।
उल्लेखनीय है कि बंसल को 10 करोड़ रूपये के रेल रिश्वत मामले में अभियोजन पक्ष का गवाह नामित किया गया है। इस मामले में बंसल के भांजे विजय सिंगला और अन्य के खिलाफ सीबीआई ने आरोप पत्र दायर किया है। एजेंसी ने विशेष सीबीआई अदालत में आरोप पत्र के साथ 90 गवाहों की एक सूची दायर की है और बंसल को उसमें 39वां गवाह नामित किया है।
सिंगला के साथ रेलवे बोर्ड के निलंबित सदस्य (स्टाफ) महेश कुमार, बेंगलूर स्थित जी जी ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नारायण राव मंजूनाथ, बिचौलिया अजय गर्ग और संदीप गोयल, राहुल यादव, समीर संधीर, सुशील डागा, सी वी वेणुगोपाल और एम वी मुरली कृष्ण के खिलाफ एजेंसी ने मामले में आरोप पत्र दायर किया है।
मुरली और वेणुगोपाल को छोड़कर सीबीआई ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है और सबके खिलाफ आईपीसी के तहत आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं।