शिरोमली अकाली दल व शिवसेना ने कहा, जदयू का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण

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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा के अलावा बचे दो सहयोगी दलों शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ने रविवार को जद (यू) के गठबंधन से अलग होने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे जल्दबाजी में किया गया फैसला बताया। शिवसेना ने भी महसूस किया कि जद (यू) के फैसले से कांग्रेस को लाभ होगा। शिवसेना के लोकसभा में 11 सांसद हैं।

शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा सद…

शिरोमली अकाली दल व शिवसेना ने कहा, जदयू का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा के अलावा बचे दो सहयोगी दलों शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ने रविवार को जद (यू) के गठबंधन से अलग होने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे जल्दबाजी में किया गया फैसला बताया। शिवसेना ने भी महसूस किया कि जद (यू) के फैसले से कांग्रेस को लाभ होगा। शिवसेना के लोकसभा में 11 सांसद हैं।

शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि जद (यू) का भाजपा नीत लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है और यह जल्दबाजी में किया गया है। उन्होंने कहा कि इस इस निर्णय से राजग को नुकसान होगा और इससे कांग्रेस को लाभ होगा।

राउत ने कहा, यदि मेरी पार्टी चाहे तो मैं जदयू नेता शरद यादव से बात करने को तैयार हूं। उन्होंने कहा, आज सिर्फ गठबंधन नहीं टूटा है, बल्कि हमारा दिल टूटा है।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति पर राउत ने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा, राजग ने गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार अभी तय नहीं किया है।

उधर, फगवाड़ा में जद (यू) के राजग के साथ नाता तोड़ने के बीच भाजपा नीत गठबंधन के अहम सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ दृढ़ता से है और वह उनके (भाजपा क) आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने में विश्वास नहीं करती है।

बादल ने कहा, अकाली भाजपा के साथ दृढ़ता के साथ हैं और ऐसा जारी रखैंगे। बादल ने दावा किया कि आम चुनावों के बाद सभी भाजपा से हाथ मिलाएंगे। उन्होंने खट्टी में कहा, यद्यपि जद (यू) समेत सभी पार्टियों के दिमाग में अपना हित सर्वोपरि है। फिर भी सभी पार्टियां आम चुनावों के बाद भाजपा से हाथ मिलाएंगी।

85 वर्षीय अनुभवी नेता ने कहा, असली संयोजन :कांबिनेशन: लोकसभा चुनावों के बाद उभरेगा। उनका जवाब तब आया जब संवाददाताओं ने उनसे जद :यू: और भाजपा के बीच संबंध विच्छेद पर टिप्पणी करने को कहा।

बादल ने कहा कि अगले आम चुनावों के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी क्योंकि मतदाता कांग्रेस पार्टी को खारिज कर देंगे। उन्होंने कहा, मतदाता अपना मत सर्वाधिक बदनाम कांग्रेस पार्टी को देने की बजाय खूह (कुआं) में फेंकना पसंद करेंगे।उन्होंने कहा कि वह तीसरे मोर्चे के बनने की संभावना भी अधिक नहीं देखते हैं।

इस बीच, शिरोमणि अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल ने कहा कि राजग निश्चित तौर पर टूटा है लेकिन उन्होंने दावा किया कि यह अस्थायी झटका है। शिरोमणि अकाली दल के लोकसभा में चार सदस्य हैं।

गुजराल ने विश्वास जताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गठबंधन में लौटेंगी और 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद देश को स्थिर सरकार देंगी। नीतीश, नवीन पटनायक और ममता बनर्जी कभी राजग का हिस्सा रहे थे।