टीचर समाज बनाते हैं, कानून के रखवाले उसे मज़बूत बनाते हैं लेकिन सत्ता की हैट्रिक की आस देख रहे शिवराज सिंह चौहान के राज में दोनों की क्या हालत है आपको बताते हैं।
तालीम के मंदिर में नौनिहालों को राह दिखाने वाले वो हैं जिनके अपने कदम लड़खड़ा रहे हैं। कानून की हिफाज़त करने वालों से बदमाश डरें ना डरें आम आदमी ज़रुर डर रहा है।
शिवराज में पुलिस ग़म और गरीब…
टीचर समाज बनाते हैं, कानून के रखवाले उसे मज़बूत बनाते हैं लेकिन सत्ता की हैट्रिक की आस देख रहे शिवराज सिंह चौहान के राज में दोनों की क्या हालत है आपको बताते हैं।
तालीम के मंदिर में नौनिहालों को राह दिखाने वाले वो हैं जिनके अपने कदम लड़खड़ा रहे हैं। कानून की हिफाज़त करने वालों से बदमाश डरें ना डरें आम आदमी ज़रुर डर रहा है।
शिवराज में पुलिस ग़म और गरीबी के मारों पर भी किस तरह लाठी बरसाती है, कैसे जो दम दबंगों के आगे नहीं दिखता, वह मज़लूम औरतों के सामने नज़र आता है ये आपको दिखाते हैं।
करैरा में पुलिसवालों के हाथ से ना तो बूढ़े बच पाए ना औरतें। गडरिया जाति के इन लोगों का कसूर सिर्फ इतना था कि ये अपने एक शख्स की हत्या का मामला दर्ज करवाना चाहते थे। पुलिस जब इसके लिए राजी नहीं हुई तो ये लोग लाश लेकर एसडीओपी दफ्तर जाने लगे। पुलिसवालों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और लाश के लिए किस तरह उन्होंने जंग छेड़ दी यह देखना हैरतंगेज रहा।
मीडिया में मामला उछला तो मध्य प्रदेश के गृह राज्यमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने जांच के आदेश दिया। महिला आयोग ने भी रिपोर्ट तलब की है।
कहते हैं शिक्षक सभ्य समाज का जन्मदाता होता है और शिक्षक ही आने वाले कल की बुनियाद तैयार करता है लेकिन अगर वही शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर स्कूल आता हो तो…
कहने को तो ये एक पाठशाला है लेकिन नजारा किसी मनोरंजनशाला से कम नहीं लगता। लगता है यहां पढ़ाई से ज्यादा कसरत को तबज्जो दी जाती है।
अब हम आपको बताते हैं इस मास्टर के मनोरंजनशाला की असल हकीकत। दरहकीकत मास्टरजी मद के नशे में इस कदर मस्त हैं कि यह तमाम मर्यादा भूल चुके हैं और स्कूल के एक किनारे ही बना रखा है उन्होंने अपना मयखाना यकीन न हो तो जरा यह देखिये।
मास्टर जी नशे में तो हैं लेकिन इतने नहीं, कि सीधे अपना गुनाह कबूल कर लें। कहने लगे शराब ये नहीं गांव के लोग पी रहे थे इनके थरमस में तो पानी है और ये पानी पी रहे थे। लिहाजा हमने स्कूल के एक दूसरे शिक्षक से थरमस की जांच करने को कहा, यकीनन इस थरमस में शराब ही है और इस मास्टरजी की हरकत से भी ये साफ जाहिर है कि वो शराब के नशे में धुत हैं।
कहते हैं एक शिक्षक आने वाले कल की बुनियाद तैयार करता है। अगर बुनियाद तैयार करने वाला कारीगर ही ऐसा है, तो अंदाजा लगा सकते हैं इमारत कैसी बनेगी।