कोरोना ने मानव जाति को संकट में डाला, संकल्प-संयम ही बचाव-पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार का संकट जैसा है जिसने पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है. पीएम ने कहा कि जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ था, दूसरा विश्व युद्ध हुआ था तो भी इतने देश प्रभावित नहीं हुए थे, जितना इस बार कोरोना वायरस की वजह से हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत के 130 करोड़ों लोगों ने कोरोना वायरस का डटकर मुकाबला किया है. बीते कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है कि जैसा कि हम बचे हुए हैं, ऐसा लगता है कि हम निश्चिंत हो गए हैं. लेकिन ऐसा सही नहीं है. पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर बेफिक्र हो जाना सही नहीं है.

आपका कुछ सप्ताह चाहिए
पीएम ने कहा कि उन्होंने जब भी देश से जो कुछ भी मांगा है लोगों ने उन्हें निराश नहीं किया है. पीएम ने कहा कि वे आज सभी देशवासियों से कुछ मांगने आएं हैं. पीएम ने अपनी मांग बताते हुए कहा कि मुझे आपका कुछ सप्ताह चाहिए, कुछ समय चाहिए. उन्होंने कहा कि अभी तक कोराना वायरस का कोई इलाज नहीं मिल पाया है, न ही इसका वैक्सीन बन पाया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है. इन देशों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है. भारत सरकार इस स्थिति पर, कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है.

हर नागरिक अपने कर्तव्य का पालन करें
पीएम ने कहा कि आज जब बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम कोरोना महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं. तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, ये मानना गलत है. इसलिए इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के दो मुख्य बातों की आवश्यकता है. पहला संकल्प और दूसरा संयम. आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते, अपने कर्तव्य का पालन करेंगे, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे.

हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे. पीएम ने कहा कि इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ. ऐसी स्थिति में जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना सबसे बड़ी आवश्यकता है.

पीएम ने दूसरी बड़ी जरूरत संयम के बारे में कहा कि भीड़ से बचना संयम है. उन्होंने कहा कि कोरोना के खतरे से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंशिंग बेहद जरूरी है और कारगर भी है. हमारा संकल्प और संयम इस बीमारी के प्रभाव को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है.

बिना जरूरी घर से न निकलें बाहर
पीएम ने लोगों को आगाह किया कि वे बिना जरूरत बाजार में न आएं. ऐसा कर वे अपने परिवार के साथ अन्याय करेंगे. पीएम ने कहा कि उनका देशवासियों के साथ आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह में जब बेहद जरूरी है तो ही घर से बाहर निकलें. जितना संभव हो सके आप अपना काम घर से ही करें.

22 मार्च को जनता कर्फ्यू
पीएम ने कहा कि वे एक और आग्रह लोगों से करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि परिवार के जो भी सिनीयर सिटीजन हैं और घर से बाहर न निकलें. पीएम ने कहा कि हो सकता है कि मौजूदा पीढ़ी पुरानी कुछ बातों से परिचित न हो. उस समय जब युद्ध की स्थिति होती थी तो गांव-गांव ब्लैकआउट किया जाता था. गाड़ियों पर काले पेपर लगाए जाते थे. युद्ध न हो तो भी नगरपालिकाएं ब्लैक आउट का ड्रिल करवाती थीं. इसलिए वे आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन कर मांग रहे हैं, ये है जनता कर्फ्यू.

पीएम ने जनता कर्फ्यू को विस्तार से समझाए हुए कहा कि ये जनता के लिए जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू है. पीएम ने कहा कि इस रविवार यानी 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है. इस कर्फ्यू के दौरान कोई भी नागरिक घरों से बाहर न निकले, आवश्यक सेवाओं को छोड़कर वे अपने घर में ही रहे.

ताली बजाकर, थाली बजाकर दें सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्य में सामाजिक-धार्मिक संगठनों को आगे आने को कहा. पीएम ने कहा कि पिछले 2 महीनों में लोग अनवरत रूप से सेवा कार्य में जुड़े हैं. पीएम ने इन्हें राष्ट्र रक्षक का नाम दिया है.

पीएम ने कहा कि ऐसे लोगों को धन्यवाद अर्पित किया जाए, ” मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें, रविवार को ठीक 5 बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें. इसके लिए ताली बजाकर, थाली बजाकर और सैल्यूट कर ऐसे लोगों को सम्मान करें.

रूटीन चेकअप के लिए न जाएं अस्पताल
पीएम ने लोगों से अपील की कि संकट के इस समय में लोग रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें.

पीएम ने कहा कि कोरोना महामारी से पैदा हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक कोविड-19-Economic Response Task Force के गठन का फैसला लिया है. ये टास्क फोर्स, ये भी सुनिश्चित करेगी कि, आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं, उन पर प्रभावी रूप से अमल हो.

प्रधानमंत्री ने कहा कि वे देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करते हैं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए जरूरी ऐसी आवश्यक चीजों की कमी नहीं होने दी जाएगी. इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं.

वेतन न काटे उच्च आय वर्ग
प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें. उनका वेतन न काटें. उन्होंने कहा कि ये ध्यान रखें कि उन्हें भी अपना परिवार चलाना है. पीएम ने कहा कि जरूरी सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं. डरकर खरीदारी न करें.

भरोसा है कर्तव्यों का निर्वहन करते रहेंगे.
पीएम ने कहा कि इस घड़ी में लोगों को कुछ दिक्कतें हो सकती है, उन्होंने कहा, “मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी आप अपने कर्तव्यों का, अपने दायित्वों का इसी तरह निर्वहन करते रहेंगे. हां, मैं मानता हूं कि ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं, आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी पैदा होता है.