सेना का पश्चिमी कमान अपनी टुकडि़यों और इकाइयों के जरिए बाढ़ से पैदा हुई स्थिति में सुधार करने के लिए न सिर्फ अपने क्षेत्र में बल्कि पड़ोसी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी शानदार भूमिका निभा रहा है।
एक रक्षा प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि अंबाला स्थित दूसरी कोर और मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र पश्चिमी कमान का हिस्सा हैं। उसने सैकड़ों सैनिकों और बाढ़ राह…
सेना का पश्चिमी कमान अपनी टुकडि़यों और इकाइयों के जरिए बाढ़ से पैदा हुई स्थिति में सुधार करने के लिए न सिर्फ अपने क्षेत्र में बल्कि पड़ोसी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी शानदार भूमिका निभा रहा है।
एक रक्षा प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि अंबाला स्थित दूसरी कोर और मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र पश्चिमी कमान का हिस्सा हैं। उसने सैकड़ों सैनिकों और बाढ़ राहत टुकडि़यों और इंजीनियरिंग स्टोर के रूप में कई उपकरणों को लगाया है। इसमें न्यूमैटिक नौकाएं, असॉल्ट नौकाएं, इन नौकाओं के संचालन के लिए आउट बोर्ड मोटर, रेत की बोरी और लाइफ जैकेट शामिल हैं।
सेना खाने का पैकेट प्रदान करके, चिकित्सा शिविर स्थापित करके और तकनीकी रूप से सक्षम अपनी मानवशक्ति को तैनात करके असैनिक आबादी तक पहुंच रही है ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि कमजोर बांध को मजबूत किया जा सके और उसमें आई दरार को भरा जा सके।
असैनिक आबादी भी सेना की ओर मदद का हाथ आगे बढ़ाने के लिए आई है ताकि बाढ़ के कारण क्षति को सीमित किया जा सके।अब तक अंबाला, दिल्ली, मेरठ और देहरादून से सेना की टुकडि़यों ने पलवल के इंदिरानगर और मेवलीपुर, फरीदाबाद और यमुनानगर जिले के कलानौर, उधरी, लापरा, जठलाना और लाल छप्पर गांवों से 300 से अधिक लोगों को निकाला है।
इसके अतिरिक्त सहारनपुर के दौलतपुर में बड़ी दरार को मेरठ आधारित दूसरी कोर के सैनिकों ने भरा। इस बीच, यमुनानगर-सहारनपुर मार्ग पर टापू कमलपुरगांव में दो दरारों को भरने का कार्य प्रगति पर है। केदारनाथ, बद्रीनाथ और उत्तराखंड में गौरीकुंड में देहरादून स्थित दूसरी कोर की सैन्य टुकड़ी ने फंसे हुए तीर्थयात्रियों और लोगों को हजारों खाने के पैकेट पहुंचाए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में सैन्यकर्मियों ने मानवीय सहायता के रूप में 165 से अधिक पर्यटकों और स्थानीय लोगों को भोजन, चिकित्सा और आश्रय प्रदान किया।
उसने पूह में बीएसएनएल की संचार लाइन को भी पुनर्जीवित किया। टुकड़ी पर्यटकों को विमान से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में समन्वय कर रही है। इसके अतिरिक्त जरूरतमंदों को मानवीय आधार पर प्रशासनिक सहायता, मेडिकल सहायता और मार्गदर्शन प्रदान कर रही है।
अपने इलाके से बाहर पश्चिमी कमान की एक टुकड़ी ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में 98 लोगों को बचाया। कमान ने 19 जून से अपनी हेलिकॉप्टरों के जरिए बचाव अभियान तेज कर दिया है।