सरकार ने माना कि देश में एड्स के सर्वाधिक मरीज वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में हैं और उनकी संख्या 24,018 है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री एस गांधी सेल्वन ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि पुणे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 15,132 है, जबकि हैदराबाद में 13,532 एड्स रोगी हैं।एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों की सर्वाधिक संख्या वाले, देश के…
सरकार ने माना कि देश में एड्स के सर्वाधिक मरीज वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में हैं और उनकी संख्या 24,018 है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री एस गांधी सेल्वन ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि पुणे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 15,132 है, जबकि हैदराबाद में 13,532 एड्स रोगी हैं।एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों की सर्वाधिक संख्या वाले, देश के दस जिलों का ब्यौरा देते हुए गांधी सेल्वन ने बताया कि आंध्रप्रदेश के पूर्व गोदावरी जिले में 12,748 , गुंटूर में 11,898 , कृष्णा जिले में 10,480, कर्नाटक के बेंगलूर में 10,465, बेलगाम में 10,759 और बागलकोट में 9,336 एड्स मरीज हैं।गांधी सेल्वन ने रेणुबाला प्रधान के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि महाराष्ट्र के मुंबई में एड्स रोगियों की संख्या 24,018 है, जबकि पुणे में 15,132 और ठाणे में 11,411 एड्स मरीज हैं।गांधी सेल्वन ने बताया कि यह वे एड्स रोगी हैं, जिनका वर्तमान में एआरटी केंद्रों पर इलाज चल रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि एड्स की वजह से आंध्रप्रदेश में 41,696 बच्चे अनाथ हुए, जबकि ऐसे बच्चों की संख्या महाराष्ट्र में 37,286 हैं। तमिलनाडु में एड्स से 8000 बच्चे, कर्नाटक में 8,417 बच्चे, मणिपुर में।,616 बच्चे और हिमाचल प्रदेश में।,601 बच्चे एचआईवी एड्स के कारण अनाथ हुए।