इमालवा – यूपी | यूपी की अखिलेश सरकार को आज सत्ता पर काबिज हुए एक साल पूरा हो गया है। सीएम अखिलेश पिछले काफी वक्त से अपने चुनावी वादों को अमली जामा पहनाने में जुटे हैं, इसी कड़ी में बीती 11 मार्च को लखनऊ में छात्रों को लैपटॉप बांटे गये लेकिन मजेदार बात ये कि छात्रों को बेहतर तकनीक का सबक सिखाने से ज्यादा अखिलेश सरकार लैपटॉप का इस्तेमाल अपनी सियासत चमकाने के लिये करती नजर आ रही है।
समाजवादी पार्टी के झंडों, रंगों से रंगा पंडाल, मंच से लेकर मैदान तक सब समाजवादी नजारा लखनऊ का था। तारीख बीती11 मार्च, सीएम अखिलेश ने 12 वीं पास 10 हजार छात्र-छात्राओं को लैपटॉप बांटे। विधानसभा चुनाव में वादा किया था लिहाजा सरकार की पहली सालगिरह से चार दिन पहले अखिलेश ने वादा पूरा कर दिया। वादा और ज्यादा का किया है इसलिये बाद में और लैपटॉप बांटें जाएंगे।
तकनीक के इस दौर में हर कोई आगे रहना चाहता है लिहाजा लैपटॉप पाने वाले छात्र बेहद खुश हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि छात्रों को लॉलीपॉप की तरह बांटे गये यह लैपटॉप समाजवादी पार्टी के रंगों से सराबोर हैं। लैपटॉप के बैग से लेकर स्क्रीन सेवर तक सब कुछ समाजवादी रंग में रंगा है। लैपटॉप ऑन होते ही पूरे होते वादे की टैगलाइन साथ सीएम अखिलेश अपने पिता मुलायम की मुस्कुराती तस्वीर के साथ नजर आते हैं।
लैपटॉप चुनावी वादों की चासनी से निकला है लिहाजा कोई चाहकर भी सीएम साहब के नारे और तस्वीरों को लैपटॉप से हटा नहीं सकता पूरी तकनीक समाजावदी पार्टी की स्टाइल में लैस है।
कंप्यूटर एक्सपर्टस भी मानते हैं कि अगर किसी ने सीएम साहब के दिये इन लैपटॉपस के सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की तो उसे हमेशा के लिये लैपटॉप से हाथ धोना पड़ जायेगा।
उम्मीद की जानी चाहिए कि समाजवादी रंगों से सरोबार ये लैपटॉप छात्रों के लिये मददगार साबित होंगे। हालांकि सच यह भी है कि कंप्यूटर की विंडो की तरह सियासत में मुनाफे की खिड़कियों को मौके औऱ दस्तूर के हिसाब से खुला और बंद रखने का रिवाज है।