नरेंद्र मोदी 26 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. बीजेपी के संसदीय दल और एनडीए की बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा की. 26 मई को सुबह 9 बजे राष्ट्रपति
भवन के दरबार हॉल में मोदी शपथ ले सकते हैं. इससे पहले मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया. उसके बाद एनडीए की बैठक हुई जिसमें एनडीए के घटक दलों ने भी मोदी को अपना नेता चुना.
कैसी होगी मोदी की कैबिनेट?
देश के भावी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट कैसी होगी. अटकलों का बाजार गर्म है. नरेन्द्र मोदी के खास सिपहसालारों को कैबिनेट में जगह मिलना तय है. बहस इस बात पर भी गर्म है कि कैबिनेट का आकार कितना बड़ा होगा.
अनुभवी और बीजेपी के पुराने नेताओं को भी कैबिनेट में जगह मिलेगी. मोदी की कैबिनेट में उमा भारती को शामिल किया जा सकता है. राबड़ी देवी को हराने वाले राजीव प्रताप रूडी को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. स्मृति ईरानी को राहुल गांधी से टक्कर लेने का तोहफा मिल सकता है.
बताया जा रहा है कि मोदी की कैबिनेट में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, मुरली मनोहर जोशी और सुषमा स्वराज को शामिल किया जाएगा. इसके अलावा नितिन गडकरी, वेंकैया नायडू, रविशंकर प्रसाद, मुख्तार अब्बास नकवी, अनंत कुमार, डॉ. हर्षवर्धन, धर्मेंद्र प्रधान और एसएस अहलूवालिया को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. वीके सिंह, स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी, पीयूष गोयल, सौरभ पटेल, अनुराग ठाकुर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, आर के सिंह, दीपक पारिख, सत्यपाल सिंह, बाबुल सुप्रियो और ई श्रीधरन को राज्यमंत्री का दर्जा मिल सकता है.
संगठन देखेंगे अमित शाह
मोदी के पुराने सहयोगी अमित शाह के संगठन से जुड़े रहने की संभावना ज्यादा है. खासकर उत्तर प्रदेश में उनके शानदार काम के बाद इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं.
लोकसभा अध्यक्ष बनेंगे आडवाणी?
एक दिन पहले नरेन्द्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात कर उनकी चिन्ता दूर करने की कोशिश की थी. बताया जा रहा है कि आडवाणी लोकसभा स्पीकर बनना चाहते हैं लेकिन मोदी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
एक अरसे के बाद देश की राजनीति में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है. ये भी एक संयोग है कि बहुमत पाने वाली बीजेपी इकलौती ऐसी पार्टी है जिसने कांग्रेस के सिवा ये मुकाम हासिल किया है. ऐसे में इस बात की संभावना बढ़ गई है कि नरेन्द्र मोदी निशंक सत्ता चलाएंगे.