अफगानिस्तान के बरगम एयर बेस पर एक उग्रवादियों हमले में चार अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई है। उग्रवादियों ने अचानक इस बेस पर हमला कर दिया, इसलिए जवाबी कार्रवाई में समय लगा और तब तक उग्रवादी अपने मकसद में कामयाब हो चुके थे।जब से अमेरिकी प्रशासन ने अफगानिस्तान से सेना हटाने का निर्णय लिया है, तब से लगता है कि उग्रवादियों के हौसले फिर से बुलंद हो गए ह…
अफगानिस्तान के बरगम एयर बेस पर एक उग्रवादियों हमले में चार अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई है। उग्रवादियों ने अचानक इस बेस पर हमला कर दिया, इसलिए जवाबी कार्रवाई में समय लगा और तब तक उग्रवादी अपने मकसद में कामयाब हो चुके थे।जब से अमेरिकी प्रशासन ने अफगानिस्तान से सेना हटाने का निर्णय लिया है, तब से लगता है कि उग्रवादियों के हौसले फिर से बुलंद हो गए हैं। एक अमेरिकी ऑफिसर ने बताया कि उग्रवादियों द्वारा अचानक बेस पर धावा बोल दिया गया जिसमें चार अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। आतंकियों ने मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों का इस्तेमाल किया।बता दें कि नाटो द्वारा काबुल सरकार को औपचारिक तौर पर सुरक्षा की जिम्मेदारियां सौंपने के कुछ घंटों बाद ही यह हमला किया गया। गौरतबल है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के करीब 66,000 जवान मौजूद हैं, लेकिन एक समय यह संख्या एक लाख जवानों तक पहुंच गई थी।हालांकि अभी तक बगरम में हुए हमले के बारे में अधिकारिक और पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन सूत्रों की मानें तो बगरम एयर बेस काबुल के उत्तर में करीब 30 मील (47 किलोमीटर) तक फैला हुआ है और यह अमेरिकी विमानों का एक प्रमुख केंद्र है।बता दें कि अफगानिस्तान से नाटो सेना अब कूच कर रही है। इसलिए अफगानिस्तान ने भारत से भी सैन्य मदद मांगी है, लेकिन अभी तक भारत की ओर से उन्हें मदद देने का वादा नहीं किया गया है।