विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद आज दो दिन की इराक यात्रा पर रवाना हो गए। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य तेल के धनी इस अरब देश के साथ भारत के रिश्तों को और मजबूत करना है। पिछले 23 साल मंे इराक यात्रा पर जाने वाले खुर्शीद भारत के पहले विदेश मंत्री हैं।वह इराक के विदेश मंत्री होशियार जेबारी के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और आपसी हित के अंतरराष्ट्रीय मसलों पर वि…
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद आज दो दिन की इराक यात्रा पर रवाना हो गए। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य तेल के धनी इस अरब देश के साथ भारत के रिश्तों को और मजबूत करना है। पिछले 23 साल मंे इराक यात्रा पर जाने वाले खुर्शीद भारत के पहले विदेश मंत्री हैं।वह इराक के विदेश मंत्री होशियार जेबारी के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और आपसी हित के अंतरराष्ट्रीय मसलों पर विचार विमर्श करैंगे। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, इस यात्रा से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और बल मिलने और भारत-इराक की जनता के हित में इसको नये आयाम देने में मदद मिलने की उम्मीद है।इराकी नेतृत्व के साथ बातचीत के दौरान खुर्शीद द्वारा इराक से तेल आयात के मुद्दे पर विचार विमर्श करेंगे। इराक, भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल निर्यातक है। हाल के बरसों में भारत का इराक से कच्चे तेल का आयात उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है। पुष्ट तेल भंडार के मामले में इराक दुनिया में तीसरे नंबर पर है। अब वह तेल का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। हाल के वर्षों में युद्ध और हिंसा की वजह से उसका तेल उत्पादन प्रभावित रहा है।अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल इराक अपने कच्चे तेल का 50 फीसद एशियाई देशांे को भेजता है। उसका इरादा 2020 तक इस आंकड़े को 80 प्रतिशत पर पहुंचाने का है।