न्यूयॉर्क। देवयानी खोबरागडे को राजनयिक छूट को लेकर अमेरिका के तमाम दावों की हवा निकालने वाला पत्र पूर्व भारतीय राजनयिक के वकील ने अदालत को सौंप दिया है। अमेरिकी झूठ की पोल खोलने वाले संयुक्त राष्ट्र के इस पत्र में कहा गया है कि देवयानी खोबरागडे को गिरफ्तारी के समय संयुक्त राष्ट्र की ‘विशेष सलाहकार’ होने के नाते राजनयिक छूट प्राप्त थी। गौरतलब है कि अमेरिका लगातार यह कहता आ रहा है कि गिरफ्तारी के वक्त देवयानी को राजनयिक छूट हासिल नहीं थी।
संयुक्त राष्ट्र के कानूनी मामलों के सहायक महासचिव स्टीफन मैथिआज की ओर से लिखे गए इस पत्र को अमेरिकी अदालत में पेश करते हुए खोबरागडे के वकील डैनियल अर्शेक ने दावा किया कि पिछले वर्ष दिसंबर में नौकरानी के वीजा दस्तावेजों में गलत जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार की गई उनकी मुवक्किल को इससे छूट प्राप्त थी।
उन्होंने कहा कि पिछले साल 26 अगस्त से 31 दिसंबर तक 39 वर्षीय खोबरागडे को संयुक्त राष्ट्र की ‘विशेष सलाहकार’ का दर्जा प्राप्त था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के संयुक्त राष्ट्र महासभा के सम्मेलन में शामिल होने जाने से पहले उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया था। डैनियल अर्शेक ने अदालत से अपनी मुवक्किल देवयानी खोबरागडे के खिलाफ मामला रद करने का आग्रह किया है।