आतंकवादी घटनाएं और बम ब्लास्ट का सिलसिला पाकिस्तान में जारी है, इस बार आतंकियों ने निशाना बनाया अशांत नॉर्थ-वेस्ट एरिया के नौशेरा शहर के एक शरणार्थी शिविर को। इस शिविर में औरतें और बच्चे थे, जिनमें से एक दर्जन की मौके पर ही मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए। जिस शिविर को आतंकियों ने निशाना बनाया उसमें अफगान शरणार्थी और पश्चिमोत्तर इलाके में हाल ह…
आतंकवादी घटनाएं और बम ब्लास्ट का सिलसिला पाकिस्तान में जारी है, इस बार आतंकियों ने निशाना बनाया अशांत नॉर्थ-वेस्ट एरिया के नौशेरा शहर के एक शरणार्थी शिविर को। इस शिविर में औरतें और बच्चे थे, जिनमें से एक दर्जन की मौके पर ही मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए। जिस शिविर को आतंकियों ने निशाना बनाया उसमें अफगान शरणार्थी और पश्चिमोत्तर इलाके में हाल ही में हुई लड़ाई के कारण विस्थापित हुए लोग रह रहे हैं। इस शिविर के प्रभारी अधिकारी नूर अकबर ने संवाददाताओं को बताया कि इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई है। मारे गए लोगों में दो औरतें और इतने ही बच्चे शामिल हैं।उधर शिविर के नजदीकी अस्पताल से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि धमाके में घायल हुए 35 लोगों को यहां भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को खबर-पखतूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर भेजा गया है।यह धमाका इतना शक्तिशाली था कि कई किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। विस्फोट ऐसे समय में हुआ जब बड़ी संख्या में लोग राहत संगठनों द्वारा बांटे जा रहे राशन लेने के लिए यहां जुटे थे। अधिकारियों ने बताया कि यहां खड़ी एक कार में इस बम को छुपाया गया था। इस धमाके में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।बम निरोधक दस्ते से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस धमाके में लगभग 35 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था। किसी भी समूह ने अभी तक इस हमले की जिम्मदारी नहीं ली है। 11 मई को तय आम चुनाव से पहले पाकिस्तान के उत्तरपश्चिम इलाके में आतंकवादी हिंसा में तेजी दर्ज की गई है। प्रतिबंधित संगठन तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने हाल ही में सरकार के साथ शांति वार्ता के प्रस्ताव को निलंबित कर दिया था और उसने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों पर उनके प्रचार अभियान के दौरान हमले की चेतावनी दी थी।बता दें कि गत 16 मार्च को ही पाकिस्तान सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया है और 11 मई को वहां चुनाव होने हैं।