पाक – पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ गिरफ्तार

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इमालवा – इस्लामाबाद |पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुशर्रफ पर इमरजेंसी के दौरान 60 जजों को नजरबंद करने का आरोप है.

परवेज मुशर्रफ को उनके फार्महाउस से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें मजिस्‍ट्रेट के सामने पेश किया गया. गुरुवार को मामले की सुनवाई के दौरान जब अदालत ने जब उनकी गिरफ्तारी का आदेश सुनाया था, तो मुशर्रफ बड़ी तेजी से अपने फार्महाउस में चले गए थे.

मुशर्रफ इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में स्थित अपने फार्महाउस में मौजूद थे. पहले मुशर्रफ को उनके फार्महाउस में ही नजरबंद बनाने की तैयारी चल रही थी. बाद में मुशर्रफ की सुरक्षा को वहां से हटाया गया, फिर उन्‍हें गिरफ्तार किया गया.

पाकिस्तान को अपनी ऊंगली पर नचाने वाला 70 साल का ‘पूर्व तानाशाह’ व ‘जनरल’ सत्ता का स्वाद चखने आया था, लेकिन समय के घूमते चक्र ने उसे विश्व सैन्य इतिहास के सबसे कायर जनरलों की कतार में खड़ा किया है.

क्‍या है पूरा मामला…
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ ये मामला जजों को नजरबंद करने से जुड़ा है. नवंबर 2007 में मुशर्रफ ने 60 जजों को नजरबंद करवा दिया था. पाकिस्तान के चीफ जस्टिस इफ्तेखार मुहम्मद चौधरी भी नजरबंद किए गए जजों में शामिल थे.

अगस्त 2009 में चौधरी मुहम्मद गुलाम नाम के एक वकील ने मुशर्रफ के खिलाफ़ एफआईआर लिखाई थी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी.

जब मुशर्रफ पाकिस्तान से बाहर थे, तब इसी मामले में निचली अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था और कई आदेशों के बाद भी अदालत में पेश न होने पर उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया था और अदालत ने पिछले साल 19 दिसंबर को मुशर्रफ के नाम वारंट जारी किया था.

मुशर्रफ के वकील ने अदालत को बताया था कि देश से बाहर होने के कारण वह अदालत में पेश नहीं हो सकते. बाद में मुशर्रफ को अस्थायी जमानत मिल गई और इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अवधि 18 अप्रैल तक बढ़ा दी थी. बाद में इसी दिन हाईकोर्ट ने मुशर्रफ की अर्जी खारिज कर दी और उनकी गिरफ्तारी का फरमान जारी कर दिया.

गौरतलब है कि मुशर्रफ देश पर आपातकाल थोपने, देशद्रोह, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या और बलूच नेता नवाब अकबर बुगती की 2006 में हुई हत्या के आरोपों का सामना कर रहे हैं.