पाक की नापाक हरकत बदस्तूर जारी है। वह आए दिन सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। पाक की इस करतूत में उसकी सेना से लेकर पाक रेंजर्स तक शामिल हैं।
इन सबके पीछे पाक का मूल मकसद भारतीय सीमा में आतंकियों की घुसपैठ कराना है। वैसे सीमा पार से घुसपैठ की किसी ताजा घटना का पता तो नहीं चला है, लेकिन यह तय है कि पाकिस्तान घाटी में बर्फबारी शुरू होने से पहले अधिक से अधिक आतंकियों को भारतीय सीमा में पहुंचाना चाहता है।
अपने इसी नापाक हरकत को अंजाम तक पहुंचाने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स पिछले तीन दिन से अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित 14 भारतीय चौकियों पर फायरिंग कर रहे हैं। इससे पहले पाकिस्तानी सेना की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलीबारी की जा रही थी।
करारा जवाब
पाक रेंजर्स की ओर से रुक-रुककर की जा रही इस फायरिंग में नागरिक क्षेत्रों को भी निशाना बनाया जा रहा है। बहरहाल, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान सभी चौकियों से पाकिस्तान को करारा जवाब दे रहे हैं।
बीएसएफ के मुताबिक सीमा पार से किए गए मोर्टार हमले में बल के दो जवान घायल हुए हैं। इसके साथ ही पाक की ओर से हुई फायरिंग में पिछले 24 घंटे में घायल होने वालों की संख्या नौ हो गई है। घायलों में पांच नागरिक शामिल हैं।
पाक रेंजर्स की ओर से आरएसपुरा, वर्गबल, सांबा, हीरानगर, जग्नोचक और निकोबाल के बीएसएफ चौकियों और नागरिक इलाकों में फायरिंग की जा रही है।
गृह मंत्री का दौरा
सीजफायर उल्लंघन के ताजा मामलों के मद्देनजर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे 22 अक्तूबर को इन इलाकों का दौरा करने वाले हैं। साथ ही गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान की इस करतूत से सीमा पर तनाव बढ़ा रहा है। ऐसे में एलओसी पर तनाव कम करने की प्रक्रिया में दोनों देशों के मिलिट्री आपरेशन महानिदेशक (डीजीएमओ) को शामिल करने की योजना खटाई में पड़ सकती है।
भारत ने दर्ज कराया विरोध
पाक की इस नापाक हरकत पर बीएसएफ ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। साथ ही उसने पाक रेंजर्स से फ्लैग मीटिंग का वक्त मांगा है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।