मिश्र में प्रदर्शनों का दौर जारी है और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। प्रदर्शनकारी मुर्सी कुर्सी छोडों के नारे लगा रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी कुर्सी से चिपके हुए हैं।मुर्सी ने 48 घंटों के भीतर राजनीतिक सहमति बनाने के सेना के अल्टीमेटम को ख़ारिज करते हुए कुर्सी छोड़ने से इंकार कर दिया है। राजधानी काहिरा में लाखों की तादाद में प्रदर्शनकारी… मिश्र में प्रदर्शनों का दौर जारी है और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। प्रदर्शनकारी मुर्सी कुर्सी छोडों के नारे लगा रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी कुर्सी से चिपके हुए हैं।मुर्सी ने 48 घंटों के भीतर राजनीतिक सहमति बनाने के सेना के अल्टीमेटम को ख़ारिज करते हुए कुर्सी छोड़ने से इंकार कर दिया है। राजधानी काहिरा में लाखों की तादाद में प्रदर्शनकारी मुर्सी और सत्तारूढ़ पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।हिंसक प्रदर्शनों में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदर्शनकारियों ने काहिरा में मुस्लिम ब्रदरहुड के मुख्यालय पर भी हमला बोला। 2011 में मिश्र की आवाम ने क्रांति के बाद तानाशाह होस्नी मुबारक को सत्ता से बेदखल कर मुर्सी को देश की कमान सौंपी थी लेकिन मुर्सी देश की आर्थिक और सुरक्षा समस्याओं से निपटने में नाकाम साबित हुए हैं।