एक तरह जहां मिस्र की जनता राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के खिलाफ हो गई है, वहीं आतंकवादी संगठन अल-कायदा के नेता अयमान अल-जवाहिरी ने उसके अनुयायियों को मुर्सी का समर्थन करने का फरमान जारी किया है।इधर मिस्र में राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को पद से हटाए जाने के बाद वहां के ताजा घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त करते हुए अमेरिका ने मिस्र की सेना से जितनी जल्दी हो स…
एक तरह जहां मिस्र की जनता राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के खिलाफ हो गई है, वहीं आतंकवादी संगठन अल-कायदा के नेता अयमान अल-जवाहिरी ने उसके अनुयायियों को मुर्सी का समर्थन करने का फरमान जारी किया है।इधर मिस्र में राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को पद से हटाए जाने के बाद वहां के ताजा घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त करते हुए अमेरिका ने मिस्र की सेना से जितनी जल्दी हो सके देश की सत्ता लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार को सौंपने के लिए कहा है। मिस्र के न्यूज पेपर ‘अल-मसरी अल-योउम’ के मुताबिक, मोहम्मद अल-जवाहिरी ने कहा कि न तो डरें, न संकोच करें। अंत में हमारी हार नहीं होगी, बल्कि इसका उल्टा होगा। न्यूज एजेंसी एकेआई ने जानकारी दी कि जवाहिरी ने अपने अनुयायियों से अमेरिका और इसके सहयोगियों द्वारा गुप्त रूप से तैयार किए गए षड्यंत्र के खिलाफ मुकाबला करने का अनुरोध करते हुए अपने फतवे में कहा कि हम अव्यवस्था, गड़बड़ी और विद्रोह नहीं चाहते।वहीं सत्ता से मुर्सी की बेदखली के कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, ”राष्ट्रपति मुर्सी को हटाने और देश के संविधान को निलंबित करने के मिस्री सेना के फैसले को लेकर हम बेहद चिंतित हैं। मैं मिस्री सेना से कहना चाहूंगा कि वह जितनी जल्दी हो सके एक समावेशी एवं पारदर्शी प्रक्रिया के जरिए लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित नागरिक सरकार के हाथ सत्ता सौंप दे।”उन्होंने सेना से राष्ट्रपति मुर्सी और उनके समर्थकों की मनमानी गिरफ्तारी से बचने को कहा है।बता दें कि मिस्र की शक्तिशाली सेना ने देश में राजनीतिक संकट से निपटने के लिए मोहम्मद मुर्सी को 48 घंटे की समयसीमा दी थी, जिसके खत्म हो जाने के बाद सेना ने देश में लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए प्रथम राष्ट्रपति मुर्सी को पद से हटा दिया और देश का संविधान निलंबित कर दिया।